।। जय माँ चंद्रहासिनी ।।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) October 5, 2024
पवित्र शारदीय नवरात्रि के तृतीय दिवस पर आइए दर्शन करें, चंद्रपुर स्थित माँ चंद्रहासिनी के…
माँ चंद्रहासिनी की कृपा आप सभी पर सदैव बनी रहे।#Navratri2024 pic.twitter.com/jasadU6rin
शारदीय नवरात्रि की तृतीया तिथि मां चंद्रघंटा को समर्पित मानी जाती है। 05 अक्टूबर 2024 को नवरात्रि की तीसरा दिन है। मान्यता है कि इस दिन देवी दुर्गा के चंद्रघंटा स्वरूप की विधिवत पूजा-अर्चना करने से जीवन के समस्त दुखों से छुटकारा मिलता है और साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। मां चंद्रघंटा का आशीर्वाद पाने से साधकर निर्भय और पराक्रमी होता है। मां चंद्रघंटा का स्वरूप स्वर्ण के समान चमकीला है। मां के तीन नेत्र और 10 हाथ हैं। शेर पर सवार देवी अपने हाथों में गदा, बाण, धनुष, त्रिशूल, खड्ग, कमल, चक्र इत्यादि लिए रहती हैं। मां चंद्रघंटा की मुद्रा युद्ध मुद्रा है। मां के सिर पर रत्नों से जड़ा एक मुकुट भी विराजमान है।