छत्तीसगढ़

थाना प्रभारी को जलाने की कोशिश करने वालों पर केस दर्ज, पार्षद भी आरोपी

Nilmani Pal
30 Aug 2023 12:04 PM GMT
थाना प्रभारी को जलाने की कोशिश करने वालों पर केस दर्ज, पार्षद भी आरोपी
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भिलाई। लोगों की सुरक्षा की गारंटी लेने वाली पुलिस अपने ही लोगों की सुरक्षा में पिछड़ती दिख रही है. 24 जुलाई को जामुल थाना प्रभारी याकूब मेमन समेत पुलिस जवानों को उन्हीं के थाने में मिट्टी का तेल छिड़कर जिंदा फूंकने का प्रयास किया गया. इस मामले में 30 अगस्त को भाजपा पार्षद पीयूष मिश्रा समेत 6 लोगों पर केस दर्ज किया गया. यानी कार्रवाई तो दूर की बात, एफआईआर दर्ज होने में ही 7 दिन लग गए. जरा सोचिए, किस पुलिस के भरोसे आप घर से बाहर निकाल रहे हैं और किस पुलिस के भरोसे बहन बेटियों के आबरू की हिफाजत की आस लगाए बैठे हैं? वो पुलिस जो अपने ही थानेदार के हमलावरों को दबोचने की बजाय 7 दिन तक हाथ पर हाथ धरे बैठी रही.

जामुल थाना प्रभारी याकूब मेमन के मुताबिक मामले में जांच की गई. थाने में लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगाले गए और फिर उसके बाद केद दर्ज किया गया. अब अगर थाना प्रभारी की बात को अक्षरश: मान भी लिया जाए तो भी मामले में झोल नजर आता है. घटना स्थाल जामुल थाना परिसर ही था. यहीं भाजपा के करीब 400 कार्यकर्ता जुटे थे. पुलिस से नोंकझोंक के बीच थाना प्रभारी और अन्य पुलिसवालों पर थाना परिसर में ही मिट्टी का तेल डाला गया. थाने में कैमरे भी लगे हैं. फिर भी पुलिस को जांच करने और फुटेज खंगालने में 10 या 20 घंटे नहीं, बल्कि 150 से अधिक घंटे का समय कैसे लग गया ?

टीआई जामुल याकूब मेमन ने बताया कि मेरे स्टाफ ने बीजेपी वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है. जांच के बाद थाने में सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

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