बिहार

बिहार-नेपाल के बीच जुलाई तक चलेंगी ट्रेनें, डीआरएम ने अधिकारियों के साथ किया रेल खंडों का निरीक्षण

Renuka Sahu
28 March 2022 4:11 AM GMT
बिहार-नेपाल के बीच जुलाई तक चलेंगी ट्रेनें, डीआरएम ने अधिकारियों के साथ किया रेल खंडों का निरीक्षण
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फाइल फोटो 

रविवार को एनएफ रेलवे कटिहार मंडल के डीआरएम कर्नल एसके चौधरी ने अधिकारियों के साथ फारबिसगंज-सहरसा निर्माणाधीन रेलखंड व बथनाहा-विराटनगर इंडो नेपाल निर्माणाधीन रेलखंड का निरीक्षण किया।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रविवार को एनएफ रेलवे कटिहार मंडल के डीआरएम कर्नल एसके चौधरी ने अधिकारियों के साथ फारबिसगंज-सहरसा निर्माणाधीन रेलखंड व बथनाहा-विराटनगर इंडो नेपाल निर्माणाधीन रेलखंड का निरीक्षण किया। उन्होंने दोनों रेलखंडों पर जुलाई तक ट्रेनों के चलने की बात कही। जोगबनी से कोलकाता चलने वाली चित्तपुर एक्सप्रेस एवं आनंद विहार दिल्ली को चलने वाली सीमांचल एक्सप्रेस में अब चादर व कंबल सहित अन्य चीजें उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।

उन्होंने यह भी कहा कि सीमांचल ट्रेन में फिलहाल 22 बोगी चल रही है जो अच्छी बात है। निरीक्षण के दौरान ही डीआरएम ने कई मामलों पर अधिकारियों से बातचीत की तथा दोनों रेलखंडों पर ट्रेन चालू होने के सवाल पर मंथन किया। डीआरएम ने सबसे पहले बथनाहा से बिराटनगर तक बनने वाले इंडो-नेपाल रेल प्रोजेक्ट का जायजा लिया। इसके बाद फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर फारबिसगंज-सहरसा के बीच निर्माणाधीन बड़ी रेल लाइन की समीक्षा की।
एनएफ रेलवे द्वारा करायो जा रहे कार्यों की गुणवत्ता की भी जांच की। बाद में फारबिसगंज स्टेशन अधीक्षक के कार्यालय में डीआरएम ने मीडिया से कहा कि आगामी जुलाई तक फारबिसगंज-सहरसा रेल लाइन सहित इंडो-नेपाल रेल प्रोजेक्ट के तहत बथनाहा से विराटनगर तक ट्रेनें चलने की पूरी संभावना है। डीआरएम ने कहा कि नेपाल में कुछ भूमि अधिग्रहण का मामला फंसा हुआ है लेकिन बथनाहा से नेपाल कस्टम यार्ड तक रेल लाइन बनकर तैयार है। इसकी कई बार जांच की जा चुकी है। जुलाई तक बथनाहा से नेपाल स्थित कस्टम यार्ड तक ट्रेनों को चलाई जाएगी। कहा कि निर्माणाधीन रेल खंड के काम में काफी तेजी लाया जा रहा है।
सेफ्टी को लेकर मीरगंज पुल के एप्रूवल में फंसा है पेंच
एक सवाल के जवाब में डीआरएम ने कहा की मीरगंज पुल का सेफ्टी एप्रूवल नहीं मिल पाया है। सेफ्टी अप्रूवल सिविल एविएशन का मामला है और जब तक सेफ्टी में संशय रहेगा तब तक एनओसी मिलना मुश्किल है। क्योंकि पुल का 50 से 100 साल तक की आयु का आकलन किया जाता है। संतुष्टि मिलने के बाद ही एनओसी मिलेगा।
फारबिसगंज स्टेशन का लिया जायजा
डीआरएम ने फारबिसगंज रेलवे स्टेशन का औचक निरीक्षण किया। फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर वीआईपी रूम चालू करने और सुविधाओं से सुसज्जित करने के निर्देश दिए। उन्होंने फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरा लगाने के संकेत दिए। फारबिसगंज रेलवे स्टेशन परिसर में पार्किंग की व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया जारी है। जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा। डीआरएम के साथ सीनियर डीसीएम अमर मोहन ठाकुर, सीनियर डीएनसी एस कामयी, आईओडब्ल्यू चंद्रशेखर प्रसाद, सीनियर डीएसओ आरके झा, डीएन 2 जेपी दास, जेई इलेक्ट्रिक एसके मुर्मू, आरपीएफ प्रभारी उमेश प्रसाद सिंह, स्टेशन अधीक्षक मनोज झा, डीआर यूसीसी सदस्य विनोद सरावगी, रविंद्र कुमार सहित स्थानीय लोग शामिल थे।
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