सिवान न्यूज़: प्रखंड क्षेत्र में बिजली के करंट से मौत की लगातार घटती घटनाएं चिंता का विषय बनती जा रही हैं. प्रखंड मुख्यालय के चक्रवृद्धि गांव में बिजली के करंट से एक होनहार छात्र उन्नीस वर्षीय मोनू कुमार की जान चली गई. उसने इसी वर्ष नीट क्वालीफाई कर डेंटल कॉलेज में एडमिशन लेने की प्रक्रिया में जुटा था. उससे उसके परिवार की काफी उम्मीदें जुड़ीं थीं. उसके पिता प्रदीप शर्मा मोटर गैरेज चलाकर उसे डॉक्टर बनाने में जुटे थे. उसकी मौत से परिवार की उम्मीदों पर पानी फिर गया है.
वहीं इसके छह दिन पहले को एक हीं दिन में बिजली के करंट से दो युवकों की जान चली गई. की अहले सुबह ब्रह्मस्थान गांव में दरवाजे पर बिजली के तार के टूटकर गिरने से दसवीं वर्ग के छात्र विवेक कुमार की मौत हो गई. वहीं की शाम को चोरमा टोले गजियापुर में बिजली के टूटकर गिरे तार की चपेट में आने से अठारह वर्षीय युवक नीतेश कुमार की मौत हो गई. इन तीनों घटनाओं में तीन टीन एजर्स युवकों की बिजली की करंट से जान चली गई है. इससे इन परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.
बिजली कंपनी की लापरवाही से घट रही अधिकांश घटनाएं बिजली के करंट से मौत की घट रही अधिकांश घटनाओं का मुख्य कारण बिजली कंपनी की लापरवाही बताया जा रहा है. बिजली के नंगे तार लोगों के घरों के सामने से अथवा लोगों के घरों के ऊपर से गुजर रहे हैं.
इसे न तो हटाया जा और न कवर्ड तार हीं लगाया जा रहा है. घर के ऊपर से या सामने से गुजर रहे एचटी व एलटी तार को हटाने अथवा कवर्ड तार लगाने को लेकर बिजली कंपनी के अधिकारी या कर्मचारी ध्यान हीं नहीं दे रहे हैं.