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फाइल फोटो
बिहार विधान परिषद के सात सदस्यों का कार्यकाल गुरुवार को समाप्त हो गया।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार विधान परिषद के सात सदस्यों का कार्यकाल गुरुवार को समाप्त हो गया। इनका कार्यकाल 21 जुलाई तक निर्धारित था। इनके स्थान पर नवनिर्वाचित सभी नए सदस्यों का शुक्रवार को शपथग्रहण होगा। इसके साथ ही बिहार विधान परिषद में मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी वीआईपी का अस्तित्व समाप्त हो गया। मुकेश सहनी अपनी पार्टी से सदन में एक मात्र सदस्य थे। राजनीतिक कारणों से वे पिछला विप चुनाव नहीं लड़ सके। उनका कार्यकाल भी 21 जुलाई गुरुवार को समाप्त हो गया।
जो शपथ लेंगे उनके नाम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में विधानपरिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह इन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। इनमें जदयू के आफाक अहमद खां व रवीन्द्र प्रसाद सिंह, भाजपा के अनिल शर्मा व हरी सहनी जबकि राजद के अशोक कुमार पांडेय, मुन्नी देवी, मो. सोहैब शामिल हैं। इनका निर्वाचन 13 जून को हुआ था।
जिनका कार्यकाल समाप्त हुआ
इसके पहले गुरुवार को जिन सात सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हुआ इनमें अर्जुन सहनी, मो. कमर आलम, गुलाम रसूल बलियावी, रोजिना नाजिश, रणविजय कुमार सिंह, मुकेश सहनी और चंदेश्वर प्रसाद सिन्हा शामिल हैं।
जदयू अब भी सबसे बड़ी पार्टी, विप में वीआईपी का अस्तित्व खत्म
मुकेश सहनी के रिटायर होने के साथ ही विप में वीआईपी का अस्तित्व खत्म हो गया। सहनी विप में पार्टी के अकेले सदस्य थे। सात नए सदस्यों के आने के बाद 75 सीटों वाले विप का गणित बदल गया है। जदयू को नुकसान हुआ है, जबकि भाजपा व राजद की ताकत बढ़ी है। इसके बावजूद जदयू यहां सबसे बड़ी पार्टी बनी रहेगी, जबकि भाजपा दूसरे व राजद तीसरी सबसे बड़ी पार्टी होगी।
विप में दलगत स्थिति
दल पहले अब
जदयू 28 25
भाजपा 21 23
राजद 11 14
कांग्रेस 04 04
सीपीआई 02 02
हम 01 01
रालोजपा 01 01
निर्दलीय 05 05
वीआईपी 01 00
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