रेलवे बोर्ड के सदस्य अनिल कुमार खंडेलवाल ने महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं का निरीक्षण किया
मधुबनी: रेलवे बोर्ड के सदस्य (अवसंरचना) अनिल कुमार खंडेलवाल ने महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं का निरीक्षण किया. तीन दिवसीय निरीक्षण के क्रम में परियोजनाओं में भैरबी-साइरंग नई लाइन परियोजना, जिरिबाम-इम्फाल नई लाइन परियोजना और अगरतला-अखौड़ा अंतर्राष्ट्रीय रेल संपर्क परियोजना का जायजा लिया और कई बिंदुओं पर निर्देष जारी है. सीपीआरओ सब्यसाची डे ने बताया कि रेलवे बोर्ड सदस्य ने भैरबी-साइरंग नई रेल लाइन परियोजना के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. यह परियोजना देश के बाकी हिस्सों से पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम को मजबूत रेल कनेक्टिविटी के माध्यम से जोड़ेगी और यह पूर्ण होने के अग्रिम चरण में है. परियोजना का लगभग 93 प्रतिशत कार्य अब तक पूरा हो चुका है. इस परियोजना के तहत मिजोरम राज्य में 51.38 किलोमीटर रेलवे ट्रैक और 55 बड़े पुल एवं 87 छोटे पुल शामिल हैं. परियोजना में सुरंगों की कुल लंबाई 12853 मीटर है. इस परियोजना में 4 स्टेशन हैं. परियोजना का पुल संख्या 196 का सबसे लंबा स्तंभ 104 मीटर है, जो कुतुब मीनार से 42 मीटर अधिक लंबा है.
111 किमी लंबी रेल परियोजना का निरीक्षण किया: सीपीआरओ ने बताया कि जिरिबाम-इम्फाल नई लाइन परियोजना के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में रेलवे बोर्ड के सदस्य ने कई बिंदुओं पर आदेश दिया. इस परियोजना का उद्देश्य पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ना है और यह पूर्ण होने के अग्रिम चरण में है. यह परियोजना 111 किमी लंबी है, जिसमें 52 सुरंगें, 11 बड़े पुल, 129 छोटे पुल शामिल हैं. इस परियोजना में विश्व के सबसे ऊंचे स्तंभ 141 मीटर की ऊंचाई पर रेलवे पुल का निर्माण किया जा रहा है. परियोजना का लगभग 77 प्रतिशत कार्य अब तक पूरा हो चुका है. ये परियोजनाएं क्रमश: मिजोरम और मणिपुर के पहाड़ी राज्यों के लोगों को उन्नत कनेक्टिविटी प्रदान करेंगी.