बिहार

मखाना से लेकर मसाला तक की कीमतों में हुआ इजाफा

Admindelhi1
29 May 2024 7:49 AM GMT
मखाना से लेकर मसाला तक की कीमतों में हुआ इजाफा
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बिहार में उपजने वाला मखाना की कीमत बीते एक महीने में डेढ़ सौ प्रतिशत से ज्यादा बढ़ी है

पटना: खाने-पीने के सामान की बढ़ती कीमतों से राजधानीवासी परेशान हैं. सब्जियों और दाल के बाद मखाना और ड्राइफ्रूट की कीमतें भी चढ़ने लगी हैं. बिहार में उपजने वाला मखाना की कीमत बीते एक महीने में डेढ़ सौ प्रतिशत से ज्यादा बढ़ी है. सात सौ रुपये किलो बिकने वाला मखाना 12 सौ रुपये किलो और सुपर फाइन मखाना की कीमत सौ रुपये किलो तक पहुंच गई है.

इसी तरह ड्राइफ्रूट की कीमत भी आम आदमी की जेब पर भारी पड़ने लगी है. काजू की कीमत बीते एक सप्ताह में 80 रुपये किलो से सौ रुपये किलो तक चढ़ गया है. 5 रुपये से 900 रुपये किलो बिकने वाला काजू की कीमत 600 रुपये से एक हजार रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. महंगाई की मार अंजीर, किशमिश, छुहारा आदि में भी पड़ा है. जानकारों के अनुसार चुनाव के बाद कीमतों में नरमी की संभावना है.

अंजीर और छुहारा की कीमतें बढ़ी : ड्राइफ्रूट में अंजीर, छुहारा सहित अन्य चीजों की कीमतों में इजाफा देखा जा रहा है. 750 से 11 सौ रुपये के बीच बिकने वाला अंजीर बीते एक सप्ताह में बढ़कर 800 से 12 सौ रुपये प्रतिकिलो पहुंच गया है. इसी तरह छुहारा की कीमत 350 रुपये से 400 रुपये हो गया है. किशमिश की कीमतें 0 रुपये से 400 रुपये किलो हो गया है.

विदेश भी भेजे जा रहे मखाने: थोक कारोबारी राकेश कुमार बताते हैं कि मखाना की आपूर्ति बिहार से देश के साथ-साथ बड़ी मात्रा में विदेशों में भी होती है. मखाना की लोकप्रियता और स्वाद के कारण इसकी मांग में बीते वर्षों तेज इजाफा हुआ है. मखाना की आकर्षक पैकिंग और कम मात्रा वाले प्रोसेस्ड मखाना की उपलब्धता से बाजार में इसकी मांग में इजाफा हुआ है. बाजार में कई कंपनियों द्वारा सौ ग्राम के पैकट में भी प्रोसेस्ड मखाना को उतारा गया है. इसके कारण भी मखाना की मांग में उछाल आया है.

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