गोपालगंज: प्रखंड के सबसे पुराना सुग्गी हाई स्कूल को लंबे समय से भवन का इंतजार है. कभी बेहतर शिक्षा के लिए जाना जाने वाला यह स्कूल आज सुविधाओं के अभाव में उपेक्षित है. 2012 में इंटर स्कूल का दर्जा मिलने के बाद भी छात्र-छात्राओं के लिए सुविधाएं नहीं बढ़ाई गई. जिस वजह स्कूल के बच्चे आधुनिक शिक्षा से कोसों दूर हैं. सालों पूर्व कम्प्यूटर सेट व स्मार्ट क्लॉस के लिए लगाये गये स्मार्ट टीवी की चोरी हो चुकी है.
नौवी वर्ग में 106, दसवीं में 468 व बारहवीं में 260 सहित करीब साढ़े आठ सौ छात्र-छात्राएं नामांकित हैं. इन्हें बेहतर शिक्षा देने के लिए हाई में 11 व इंटर में 13 सहित कुल 24 शिक्षक कार्यरत हैं.
करीब हजार नामांकित छात्र-छात्राओं को बैठ कर पढ़ने के लिए महज कुछ ही कमरे हैं. इनमें कमरे सालों पूर्व के बने हैं. जिनकी स्थिति अच्छी नहीं है. जिस वजह कार्यरत 24 शिक्षकों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है. जिस वजह बच्चों की विषयवार पढ़ाई नहीं हो पाती है. कम्प्यूटर व स्मार्ट टीवी की चोरी हो जाने के कारण यहां के बच्चे कम्प्यूटर शिक्षा व स्मार्ट क्लॉस से भी दूर हैं. छात्र-छात्राओं के लिए पर्याप्त शौचालय भी नहीं बने हैं.
भवन के लिए विभागीय अधिकारियों को कई बार लिखा जा चुका है. लेकिन, किस कारण से नहीं बन पा रहा है यह मालूम नहीं है. कहा कुछ शौचालय बन रहे हैं. अभिभावकों से अपील है कि बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजें. -राजीव कुमार सिंह, प्रधानाध्यापक.
क्या कहते हैं पुराने छात्र: चंडीस्थान निवासी शेखर चौरसिया, जितू वर्णवाल, कुणाल स्वर्णकार, सुग्गी के धनंजय सिंह, कुंदन कुमार आदि पुराने छात्रों ने बताया कि उनके समय में इस स्कूल में प्राइवेट स्कूलों जैसी पढ़ाई की व्यवस्था थी. इन्होंने भी स्कूल की शिक्षा व्यवस्था पर नाराजगी व्यक्त की है. कहा स्कूल में कई बिल्डिंग बनने के लिए अपनी जमीन उपलब्ध होने के बाद भी शिक्षा अधिकारियों का ध्यान क्यों नहीं है यह चिंता की बात है. जबकि दूसरे स्कूलों में बड़ी-बड़ी बिल्डिंग बन चुके हैं. इन्होंने शिक्षा अधिकारी व सरकार से इस स्कूल में भी भवन बनवाने की मांग की है.