बीपीएससी प्रश्न पत्र लीक मामले में अभी कई और बड़े खुलासे होने बाकी
पटना: आर्थिक अपराध इकाई ने बीपीएससी द्वारा आयोजित तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक के सरगना का खुलासा कर दिया है. सरगना डॉ. शिव समेत अन्य मुख्य आरोपित पहले से गिरफ्तार हैं. लेकिन, प्रश्न पत्र लीक मामले में अभी कई और बड़े खुलासे होने बाकी हैं. ईओयू की जांच में ऐसे कई खुलासे आने वाले दिनों में हो सकते हैं.
अब तक की जांच में कूरियर कंपनी के कर्मियों की मिलीभगत से रास्ते में ही प्रश्न-पत्र ढोने वाले वाहन को रोक कर प्रश्नपत्र को स्कैन कर लीक करने की बात सामने आई है. दो नामचीन कूरियर कंपनी जेनिथ और डीटीडीसी के कर्मी भी इसमें पकड़े गए हैं. परंतु अब भी इस मामले में एक बड़ा खुलासा होना बाकी है. सरगना या सेटरों को यह सूचना कैसे मिली कि प्रश्न-पत्रों को ढोने का जिम्मा किस कूरियर कंपनी को दिया गया है. साथ ही इन गाड़ियों के गुजरने का रूट और समय उन्हें कैसे पता चला? इनके संचालन की जिम्मेदारी किन कर्मियों के पास थी और इन्होंने कूरियर कंपनी के संबंधित व्यक्ति से कैसे साठगांठ बैठाकर इसे लीक किया,जैसी बेहद अहम जानकारियों का खुलासा जल्द ही हो सकता है. तमाम पहलुओं पर अभी ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) जांच में जुटी हुई है. इसे लेकर गिरफ्तार सरगना और कूरियर कंपनियों के कर्मियों से पूछताछ चल रही है.प्रश्न पत्र से जुड़ी ये बातें बेहद गोपनीय होती है, जिनकी जानकारी परीक्षा संचालन कराने वाले आयोग के पास ही मुख्य रूप से होती है.
इतनी गोपनीय जानकारी सेटरों को कैसे मिल गई? इस मामले में आयोग के पदाधिकारियों तथा कर्मियों की संलिप्तता की जांच अलग से की जा रही है. इसकी तह में जाने के बाद ही सही मायने में पेपर लीक से जुड़े पूरे गिरोह का पर्दाफाश हो पाएगा. आयोग के अलावा कूरियर कंपनी की कई गोपनीय जानकारी आरोपितों के पास से मिली है. इनके पास से बरामद एक पेन-ड्राईव में ये सभी जानकारी एकत्र थी.