बिजली कंपनी आमदनी बढ़ाने के लिए फाइबर केबल किराये पर देगी
गया न्यूज़: बिजली कंपनी अपने ऑप्टिकल फाइबर केबल दूरसंचार कंपनियों को किराये पर देगी. इससे बिजली कंपनी को करोड़ों की आमदनी होगी. इसका सीधा असर बिजली दर पर होगा. बिजली की लागत कमेगी जिससे लोगों को सस्ती बिजली मिल सकेगी.
दरअसल बिहार में ट्रांसमिशन कंपनी की क्षमता में काफी वृद्धि हुई है. 13 हजार मेगावाट से अधिक बिजली खपत की क्षमता विकसित हो चुकी है. ट्रांसमिशन पोल पर लगे अर्थिंग में कंपनी ने ऑप्टिकल फाइबर बिछा रखा है. कंपनी ने 12 जोड़ी अर्थात 24 तार बिछा रखे हैं. अभी ट्रांसमिशन कंपनी इसमें से चार जोड़ी (आठ) तार का उपयोग बिजली वितरण व्यवस्था में कर रही है. दो-चार पेयर को रिजर्व के तौर पर रखा जाता है. इसके बावजूद लगभग आधा दर्जन पेयर बचा रह जाता है जिसका उपयोग नहीं हो पा रहा है. चूंकि इन क्षमताओं को विकसित करने में कंपनी को हजारों करोड़ खर्च हुए हैं. इसकी पूरी वसूली केवल बिजली के उपयोग से नहीं की जा सकती. इसलिए ट्रांसमिशन कंपनी ने तय किया है कि वह अपने ऑप्टिकल फाइबर का उपयोग करने की अनुमति दूरसंचार कंपनियों को दे.
इसके लिए बिजली कंपनी की ओर से बिहार विद्युत विनियामक आयोग के समक्ष एक याचिका दायर की गई है. आयोग ने प्रारंभिक सुनवाई में ट्रांसमिशन कंपनी को कहा है कि चूंकि इससे कंपनी को आमदनी होगी, इसलिए वह इस मसले पर आम लोगों से भी सुझाव ले. आयोग का फैसला आते ही ट्रांसमिशन कंपनी के ऑप्टिकल फाइबर का इस्तेमाल दूरसंचार कंपनियां करने लगेंगी.
अनुमान के अनुसार, ट्रांसमिशन कंपनी के एक किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर के इस्तेमाल पर 12-13 हजार रुपए की आमदनी होगी. टेंडर के माध्यम से दूरसंचार कंपनियों का चयन किया जाएगा.
इस तरह ट्रांसमिशन कंपनी को करोड़ों में आमदनी होगी. आय होने पर ट्रांसमिशन कंपनी बिजली वितरण कंपनियों पर कम लागत का दावा करेगी. इससे बिजली दर सस्ती होगी, जिसका लाभ आम लोगों को भी मिलेगा.