बिहार

टेलीमेडिसिन सेवाओं को प्रभावी बनाने का हो रहा प्रयास

Admin Delhi 1
6 May 2023 1:13 PM GMT
टेलीमेडिसिन सेवाओं को प्रभावी बनाने का हो रहा प्रयास
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पटना न्यूज़: राज्य सरकार के सात निश्चय-2 कार्यक्रम के तहत सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को टेलीमेडिसिन सेवा के जरिये निशुल्क चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराया जा रहा है. जिसको लेकर स्पेशल ड्राइव चलाया गया है.

विदित हो कि ई-टेलीमेडिसिन सेवा से ओपीडी सेवाएं हर दिन लोगों को उपलब्ध हो रही हैं. वहीं टेलीमेडिसिन सेवाओं को ज्यादा प्रभावी बनाने व इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग ने हर महीने के पहले व तीसरे टेलीकंस्लटेशन से संबंधित विशेष अभियान संचालित करने का निर्देश जारी किया है. इसे लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये हैं. इसी क्रम में जिले में टेलीकंस्लटेशन के लिये विशेष अभियान संचालित किया गया.

टेलीमेडिसिन सेवाओं को प्रभावी बनाने का हो रहा प्रयास डीपीसी इमामुल होदा ने बताया कि टेलीमेडिसिन सेवाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर विभागीय स्तर से हर महीने के पहले व तीसरे विशेष अभियान संचालित करने का निर्देश प्राप्त हुआ है. प्राप्त निर्देश के आलोक में अभियान के संचालन व इसके प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से हर स्तर पर जरूरी प्रयास किया जा रहा है. इसे लेकर संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये गये हैं.

आसान होती है गुणवत्तापुर्ण सेवाओं तक पहुंच ई-संजीवनी एक वेब आधारित व्यापक टेलीमिडिसिन सेवा है. यह ग्रामीण क्षेत्र के वंचित समुदायों तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित कराता है. उपलब्ध चिकित्सकीय सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार, बुनियादी ढांचे व मानव संसाधन की कमी की समस्या से निपटने में ये अचूक रूप से लाभकारी है. टेली मेडिसिन में चिकित्सा विशेषज्ञ वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं

लोगों के लिए बेहद उपयोगी है ई-संजीवनी सेवाएं

डीपीएम विशाल कुमार ने बताया कि एप के इस्तेमाल से मरीज इलाज के लिये अस्पताल आने की झंझट से मुक्त रहते हैं. लोग घर बैठे विशेषज्ञ चिकित्सकों से अपने रोग के संबंध में जरूरी परामर्श ले सकते हैं. इससे आम लोगों को भीड़-भाड़ सहित अन्य वजहों से संक्रमण के खतरों का भी सामना नहीं करना पड़ता. अस्पताल आने-जाने की मजबूरी, लंबी कतार में खड़े रहने व चिकित्सक से समय लेने में होने वाली दिक्कतें स्वत खत्म हो जाती है. इससे अनावश्यक खर्च नहीं होती व समय की भी बचत होती है. टेली मेडिसिन सेवाओं के जरिये मरीज वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से अपनी समस्या हब में बैठे चिकित्सकों के पास रख सकते हैं. चिकित्सकों से उन्हें उचित परामर्श व दवा का सुझाव दिया जाता है. उसके साथ उन्हें निशुल्क दवा भी दी जाती है.

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