बिहार
अस्पताल की व्यवस्था देख भड़के दरभंगा डीएम, डीलर पर FIR के आदेश
Renuka Sahu
1 Sep 2022 2:47 AM GMT
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फाइल प;फोटो
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दरभंगा के जिलाधिकारी बुधवार को ऐक्शन में दिखा। वह मनीगाछी प्रखंड के अंतिम छोर पर स्थित माउंबेहट पंचायत में योजनाओं का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कई गड़बड़ियां पकड़ी और इसके खिलाफ ऑन द स्पॉट ऐक्शन भी लिए। जांच के दौरान डीलर सरोज देवी के भंडारण में व्यापक अंतर सामने आने पर डीएम राजीव रौशन ने डीलर की अनुज्ञप्ति रद्द करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश स्थानीय एमओ को दिया।
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जल नल योजना की जांच के दौरान वार्ड 15 के सदस्य द्वारा की गई शिकायत को दो दिनों के भीतर पूरा करने का निर्देश मनीगाछी बीडीओ और पंचायत के मुखिया को उन्होंने दिया। इस दौरान वार्ड -6 में पाइप को ठीक कर पानी चालू करवाने का निर्देश जेई को दिया। इसी दौरान पंचायत भवन की जांच में वहां लोगों द्वारा चंडी पोखर के अतिक्रमण को मुक्त की कार्रवाई शुरू करने का निर्देश अधीनस्थ अधिकारियों को दिया।
तालाब उड़ाहीकरण कार्य पर जताया असंतोष, जांच के आदेश
पंचायत की सर्वांगीण जांच में डीएम ने करीब ढाई करोड़ की लागत से संसार पोखर की उड़ाही एवं उसके सौंदर्यीकरण काम पर असंतोष व्यक्त करते हुए इसकी जांच करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। गांव की सड़कों पर जल जमाव को देखते हुए डीएम ने इसमें सुधार के लिए एक जांच रिपोर्ट लेकर इसमें सुधार का संकेत लोगों को दिया। स्थानीय लोगों ने डीएम को गांव की मुख्य सड़कों को अतिक्रमण मुक्त कराने का प्रतिवेदन भी दिया। डीएम ने इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया।
डीलर के खिलाफ कार्रवााई
जांच की शृंखला में डीएम ने दो डीलरों की जांच की। इस दौरान प्रधानमंत्री द्वारा मुफ्त अनाज दो माह से नहीं मिलने की लोगों द्वारा किए जाने पर डीलर सरोज देवी के भंडारण की जांच शुरू की गई। जांच के दौरान स्टौक एवं भंडारण में सैकड़ों बोरे के अंतर पर डीएम ने डीलर सरोज देवी की अनुज्ञप्ति रद्द करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया। बताया जाता है कि चावल का स्टौक पंजी पर 670 बोरा दर्ज था जबकि भंडार में महज तीन सौ बोरे ही पाए गए। इसी प्रकार गेहूं के भंडारण में करीब ढ़ाई सौ बोरे का अंतर पाया गया है। दो डीलरों की जांच से मनीगाछी प्रखंड की वितरण व्यवस्था संदेह के घेरे में सामने आने पर डीएम ने जिला स्तरीय टीम का गठन कर प्रखंड के सभी डीलरों की जांच करवाने का निर्देश एमओ को दिया।
माऊंबेहट हाईस्कूल की व्यवस्था से भी डीएम नाराज
जांच की अंतिम कड़ी में प्स-टू उच्च विद्यालय पहुंचे जिलाधिकारी ने विद्यालय की व्यवस्था से क्षुब्ध हो गए। उन्होंने वर्गों का निरीक्षण किया और बच्चों से भी क्लास रूम में बातें की। नामांकन के अनुपात में बच्चों की कम उपस्थिति, दैनिक रुटीन चार्ट नहीं रहने, प्रांगण में आवश्यक साफ सफाई की कमी, प्लस टू की कक्षा में एक भी छात्र नहीं रहने तथा उसी कक्षा की शिक्षिका की अनुपस्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी ने स्वयं हाजिरी बही से सभी शिक्षकों की उपस्थिति ली। वर्ग निरीक्षण के दौरान वर्ग संचालन कर रहे शिक्षक राजेन्द्र कुमार झा से उनके विषयों से पूछे गए प्रश्नों के उत्तरों पर जिलाधिकारी असंतुष्ट दिखे। जांच के दौरान जिलाधिकारी ने प्रभारी प्रधानाध्यापक बैजू झा को हटाकर दूसरे शिक्षक को प्रभारी बनाए जाने के संकेत दिए। उन्होंने इस संबंध में डीईओ को विद्यालय की व्यवस्था में सुधार के लिए आवश्यक निर्देश देने के संकेत भी दिए। जिलाधिकारी ने प्रभारी प्रधानाध्यापक को विकास मद की राशि से विद्यालय के चहारदीवारी बनाने तथा क्षतिग्रस्त भवनों की मरम्मत का निर्देश भी दिया।
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