डीएस कॉलेज में सीएलसी को तीनो पार्ट के रसीद की हो रही मांग
मोतिहारी न्यूज़: एस कॉलेज में सीएलसी देने के नाम पर छात्रों को परेशानी किया जा रहा है. ऐसा इसलिए कि सीएलसी के तीनों पार्ट के रसीद की मांग की जा रही है. जिसका नतीजा है कि छात्रों को एक दिन का कार्य सप्ताह दिन में भी नहीं हो पा रहा है.
सीएलसी लेने आये कई छात्रों ने बताया कि इन दिनों उनलोगों को सीएलसी के लिए कॉलेज का बारबार चक्कर लगाना पड़ रहा है. पहले आवेदन उसके बाद तीनों पार्ट का नामांकन, परीक्षा फॉर्म भरने के समय का रसीद की मांग की जा रही है. जबकि नामांकन से लेकर परीक्षा फॉर्म भरने तक का सारा डिटेल काउंटर कर्मियों द्वारा रख लिया जाता है. ऐसे में फिर से दुबारा छात्रों से सभी पार्ट के रसीद की मांग अनुचित है. रसीद की मांग पर उनलोगों से अतिरिक्त राशि की मांग की जाती है. छात्रों का कहना है कि जिन छात्रों के पास रसीद नहीं रहने की स्थिति में उनलोगों से अधिक राशि लेकर सीएलसी निर्गत कर दिया जाता है. छात्रों का कहना है कि बीएड में नामांकन के लिए सीएलसी अत्यावश्यक है. ऐसे में कई दिनों तक कॉलेज का चक्कर लगाने के बाद भी सीएलसी निर्गत नहीं होने के बावत बीएड में नामांकन को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी रहती है. छात्रों ने कॉलेज प्रशासन से इसकी शिकायत कर उचित कार्रवाईकी मांग करते हुए समय पर सीएलसी निर्गत कराने की मांग की है.
छात्रों की सुविधा को ध्यान में रख कर तीनों पार्ट की रसीद की मांग की जाती है. ऐसे में किन किन छात्रों ने कितना राशि जमा किया गया है. इसकी जानकारी मिल जाती है. अत्यंत जरुरी पड़ने पर रसीद के बिना भी सीएलसी निर्गत करा दिया जाता है.
- प्रो डॉ संजीव कुमार, प्राचार्य, डीएस कॉलेज