बक्सर: शहर में कचरे की बदबू से परेशान लोग अब कचरा में लगी आग से निकलने वाली धुएं की धुंध से परेशान हैं. बदबू के साथ-साथ लोगों को कचरा में लगे आग से निकलने वाला धुआं लोगों के फेफड़े में जाकर बीमार कर रहा है.
नप क्षेत्र के घरों और वार्डों से निकलने वाले कचरे को जगह-जगह सड़क किनारे डंप कर आग लगाकर निस्तारण किया जा रहा है. पिछले कुछ दिनों से शहर के ऐतिहासिक किला मैदान के मुख्य समारोह मंच के ठीक पीछे भारी मात्रा में पड़े कचरों के ढेर में आग जलाने की घटना हो रही है. भारी मात्रा में पड़े कचरों के ढेर में आग लगाने से भीषण जहरीली धुंआ निकलती है. कचरों से निकलने वाला धुंए का गुब्बार इतना भयावह होता है, कि किला मैदान व आसपास का समूचा इलाका इसके आगोश में समा जाता है.
विद्यालय, सरकारी आवास के साथ है सर्किट हाउस ताज्जुब इस बात का है कि डंप कचरों के टीले के पास ही जवाहर मध्य विद्यालय स्थित है, जहां गरीबों के छोटे-छोटे सैकड़ों बच्चे पढ़ाई करने आते है. यहां एक स्थायी रैन बसेरा भी है, जहां खानाबदोस आश्रय लेते है. इसके अलावा इसके पास कई छोटे-बड़े दुकानदार, टैक्सी स्टैंड, सरकारी भवन समेत भैरव मंदिर व प्रसिद्ध नाथबाबा मंदिर व गंगा घाट होने के कारण प्रतिदिन काफी लोगों का आना-जाना लगा रहता है. आश्चर्य इस बात का है कि कचरों वाले स्थान के महज कुछ कदम की दूरी पर ही सर्किट हाउस समेत कई प्रशासनिक व न्यायिक अधिकारियों के आवास मौजूद है. बावजूद इसपर किसी प्रकार का ठोस कदम नहीं उठाया जाता है. वहीं कचरों के टीले से निकलने वाला जहरीला धुंए से आवागमन करने वाले तमाम लोगों के आंखों में जलन और सांस की बीमारी को निमंत्रण दे रहा है. इसके पास से गुजरने वाले राहगीरों को नाक ढंकने पर विवश होना पड़ता है.