बिहार

जलस्तर से 12 फीट नीचे गया शहर का लेवल, संकट बढ़ा

Admindelhi1
20 May 2024 5:53 AM GMT
जलस्तर से 12 फीट नीचे गया शहर का लेवल, संकट बढ़ा
x
सामान्य जलस्तर 10 से यहां पर 20 फीट नीचे जलस्तर है

मधुबनी: बारिश नहीं होने और चिलचिलाती गर्मी के कारण शहर में जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है. जिले के जलस्तर से मधुबनी शहरी क्षेत्र का जलस्तर 12 फीट से अधिक नीचे चला गया है. सामान्य जलस्तर 10 से यहां पर 20 फीट नीचे जलस्तर है. यही स्थिति रही तो जलस्तर और अधिक नीचे जाने की आशंका व्यक्त की रही है.

लगातार नीचे जा रहे जलस्तर के आंकड़ों पर गौर करें तो इसमें से फीट और गिरावट होने की आशंका है. गिरता हुआ जलस्तर शहरी क्षेत्रों के लोगों की परेशानी को बढ़ा दिया है. 40 फीसदी घरों का रूटीन बिगड़ चुका है. महिलाओं का अधिकतर समय पानी उपलब्ध कराने में ही बीत रहा है. इसके बाद भी घरों के कार्य पर समय पर निपटाना मुश्किल होता जा रहा है. विभिन्न मोहल्ले में सार्वजनिक सबमर्सेबल या निजी स्तर से लोगों के द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे पानी लेने के लिए मारामारी की स्थिति बनी रहती है. पिछले साल सितंबर में जिला मुख्यालय का औसतन वाटर लेवल 30 फीट इंच दर्ज किया गया था. वहीं इस साल अभी ही जलस्तर औसतन 32 फीट दर्ज किया गया है.

तिलक चौक का जलस्तर सबसे नीचे पहुंचा शहर के तिलक चौक पर जलस्तर सबसे अधिक नीचे है. यहां पर जलस्तर 33 फीट से नीचे है. शहर के विभिन्न स्थानों के रिपोर्ट के अनुसार मध्य एरिया के अधिकतर स्थानों पर औसतन 32 फीट नीचे जलस्तर है. नगर निगम में अपग्रेड होने के बाद इसके बाहरी एरिया का जलस्तर औसतन 28 फीट दर्ज किया गया है. पिछले साल मध्य स्थानों पर अप्रैल अंतिम सप्ताह से लेकर अगस्त तक जलस्तर औसतन 34 फीट नीचे चला गया था. इसमें बीएन झा कॉलनी, तिलक चौक, शंकर चौक से बाटा चौक जाने वाली सड़क, बलुआ टोल, वार्ड पार्षद सुनीता पूर्वे का मोहल्ला, महादेव मंदिर, खादी भंडार मोहल्ला, ईद मोहम्मद चौक, भच्छी, भौआड़ा, दुर्गा मंदिर, सिंघानिया चौक, राघोनगर, सदर अस्पताल एरिया, ब्रहमस्थान व अन्य एरिया की स्थिति काफी खराब रही है. इस साल भी बारिश नहीं हुई तो इन क्षेत्रों स्थिति और अधिक विकट होगी.

आशंका व्यक्त किया जा रहा है कि इन क्षेत्रों में लगभग 40 फीट नीचे वाटर लेवल पहुंच जायेगा.

पीएचईडी एसडीओ गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि जलस्तर का प्रतिवेदन लगातार सभी संबंधित को भेजा जा रहा है. इन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में खराब चापाकल की मरम्मत का काम तेजी से किया गया है और जहां से शिकायत मिलती है उसका त्वरित निष्पादन किया जा रहा है. इसके लिए गठित टीम काम कर रही है. यह टीम मिली शिकायत का त्वरित निपटारा कर रही है. बताया कि जललस्तर की मापी के लिए पीएचईडी के द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है. इसकी मॉनिटरिंग स्वयं कार्यपालक अभियंता विकास कुमार सिंह द्वारा किया जाता है.

Next Story