कर्जदारों द्वारा परेशान किये जाने पर एक व्यक्ति ने घर में फंदा लगाकर जान दी
मेरठ: फरह थानांतर्गत गांव ओल में कर्जदारों द्वारा परेशान किये जाने पर एक व्यक्ति ने घर में फंदा लगाकर जान दे दी. मृतक ने सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें आत्महत्या के लिए फाइनेंस कंपनियों के चार लोगों को जिम्मेदार ठहराया है. मामला पिछले वर्ष अगस्त का है. अदालत के आदेश पर मामला दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
घटना के संबंध में मृतक की पत्नी ओल निवासी बबली ने श्याम, कुलदीप कर्मचारी धन लक्ष्मी फाइनेंस कम्पनी जाजमपट्टी रोड, ओल, नरेन्द्र कर्मचारी भारत फाइनेंस इण्डिया लिमिटेड, अछनेरा बस स्टैण्ड के पास, अछनेरा, आगरा और अजय कर्मचारी, फियुजन कम्पनी शाखा केसी-4, चन्दनवन, फेस-थाना हाईवे, मथुरा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी है. पुलिस में दर्ज करायी रिपोर्ट में कहा है कि 21 अगस्त को शाम करीब 5 बजे फियूजन कम्पनी का एजेंट अजय उनके घर आया और उनके पति मंजू को मोटरसाइकिल पर बिठाकर अपने साथ ले गया. उनके पति रात करीब 9 बजे घर आये. वह काफी परेशान थे. उन्होंने काफी पूछा कि परेशान क्यों हो लेकिन मंजू ने मुझे कुछ नहीं बताया. अगस्त को सुबह गांव के भगवान दास ने बताया कि कल मंजू को अजय और धन लक्ष्मी फाइनेंस वाले कुलदीप व श्याम खेतों पर गाली गलौज कर रहे थे.
रिपोर्ट में कहा है कि अगस्त को सुबह 0930 बजे नरेन्द्र, भारत कम्पनी का एजेंट कुलदीप व श्याम घर आये और घर के बाहर से उनके पति मंजू को तेज आवाज लगाने लगे. बाहर बैठे चचिया ससुर जयदेव सिंह से पूछा तो उन्होनें कहा कि तुम्हारा भतीजा मंजू हम फाइनेंस वालों को परेशान कर रहा है, हमारे पैसे दिला दो, नहीं तो अच्छा नहीं होगा. उक्त लोग धमकी देकर गये कि 24 घण्टे में पैसा नहीं दिया, तो यह गांव में नहीं रह पायेगा. रिपोर्ट में कहा है कि उनकी (बबली की) ददिया सास की तबीयत ज्यादा खराब होने की वजह से सभी लोग गांव में दूसरे मकान, जहां ददिया सास रहती हैं, देखने चले गये. मंजू घर पर अकेले रह गये थे.
करीब 3 घंटे बाद परिजन जब घर आये तो देखा कि कमरे का दरवाजा खुला हुआ था और बबली के पति मंजू पंखे के हुक से दुपट्टे के फंदे से लटके हुए थे. रिपोर्ट में कहा है कि एक सितंबर को घर की शुद्धि करायी गयी. शुद्धि के पश्चात् घर की सफाई के दौरान मंजू के कमरे की सफाई करते समय उनकी पुत्री कृष्णा को काफी काज मिले. उनमें मंजू का सुसाइड नोट मिला. सुसाइड नोट में लिखा था कि मैं मंजू अपने जीवन को अब जीना नहीं चाहता, मेरे को कर्जदारों ने नाक तक भर दिया है, मेरी समाज में कोई इज्जत नहीं छोड़ी है, मैं कुलदीप व श्याम, अजय, नरेन्द्र के कारण मर रहा हूं, मेरे परिवार को मेरी मौत से कोई मतलब नहीं है, मैनें बहुत ब्याज दे दी.
बबली का कहना है कि वह इस सुसाइड नोट को लेकर अपने देवर के साथ थाना फरह गयी, तो उनसे कहा गया कि अब कुछ नहीं हो सकता. उन्होंने एसएसपी को भी शिकायत की लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई. अंत में अदालत के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है और जांच शुरू कर दी है.