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गर्भवती महिलाओं को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में मददगार है योगासन

Ritisha Jaiswal
14 Feb 2022 11:57 AM GMT
गर्भवती महिलाओं को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में मददगार है योगासन
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गर्भावस्था का समय हर महिला के लिए एक खूबसूरत व नए अनुभवों वाला कहा जाता है

गर्भावस्था का समय हर महिला के लिए एक खूबसूरत व नए अनुभवों वाला कहा जाताहै। इसके साथ ही उन्हें अपना खास ध्यान रखने की जरूरत होती है ताकि गर्भ में पल रहे शिशु को कोई नुकसान ना हो। मगर इस दौरान उनके कई तरह के हार्मोनल परिवर्तन भी होते हैं। इसके कारण कई बार वे असहज, अशांत सा महसूस करने लगती हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ योगासन के बारे में बताते हैं। इन योगासन को करने से गर्भवती महिलाओं को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद मिल सकती है। चलिए जानते हैं इन योगासन को करने का तरीका व फायदे...

. शवासन
ऐसे करें शवासन
. इसके लिए समतल, खुली व शांत जगह पर मैट बिछाएं।
. अब पीठ के बल लेट जाएं।
. दोनों हाथों को शरीर से थोड़ी दूरी पर रखें।
. इसके साथ ही दोनों पारों को फैलाएं।
. पूरे शरीर को ढीला छोड़कर अपनी सांसो कपर ध्यान देते हुए धीरे-धीरे सांस लें।
. कुछ सेकेंड तक इस प्रक्रिया को दोहराकर सामान्य मुद्रा में आ जाए।
शवासन करने के फायदे
. इस आसन को करने से आपके शरीर को आराम मिलेगा।
. मन शांत होने से मानसिक शांति का एहसास होगा।
. इससे तनाव कम होकर मूड सही होने में मदद मिलती है।
. थकान, कमजोरी दूर होती है।
. गर्भावस्था दौरान होने वाले मूड स्विंग की परेशानी से भी आराम मिलता है।
. गर्भ में पल रहे शिशु का बेहतर तरीके से विकास होने में मदद मिलेगी।
सुखासन
ऐसे करें सुखासन
. शांत, खुली व समतल जगह पर मैट बिछा लें।
. अब पैरों को फैलाकर आराम से बैठ जाएं।
. फिर दाएं पैर को बाएं ओर और बाएं पैर को दाएं तरफ मोडकर दोनों जांघों के नीचे रखकर पलती मारकर बैठ जाएं।
. कंधे व पीठ को एकदम सीधा रखें।
. हाथों को घुटने के पास या नमस्ते की मुद्रा में रखें।
. अब आंखों को बंद करके शरीर को ढीला छोड़कर आराम से गहरी व लंबी सांसे लें।
. 10 मिनट या अपने सामर्थ्य अनुसार इसी मुद्रा में रहे।
. बाद में सामान्य अवस्था में आ जाएं।
सुखासन करने के फायदे
. इससे शरीर में खून का संचार बेहतर तरीके से होता है। ऐसे में ब्लड प्रेशर सही रहता है।
. इससे मन को शांति मिलने से तनाव कम होने में मदद मिलती है।
. इस आसन को करने से अनिद्रा की समस्या दूर होती है।
. रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है।
. कमर, पीठ व शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द होने की समस्या से छुटकारा मिलता है।
. घुटनों व टखनों में सूजन की समस्या से आराम मिलता है।
. इस योगा को करने से गर्भ में पल रहे शिशु का भी बेहतर विकास होगा।
योगासन करते दौरान इस बातों का रखें ध्यान
. गर्भावस्था का समय महिलाओं के लिए बेहद नाजुक होता है। इसलिए योगा करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
. अकेले योगा करने से बचें। योगा करने के पहले अपने पास घर का कोई सदस्य जरूर रखें।
. प्रेगनेंट महिलाओं को हमेशा समतल जगह पर ही योगा करना चाहिए ताकि उनके गिरने का डर ना हो।
. लंबे समय तक योगा करने को बचें। योगा करने का समय अपने शरीर की क्षमता पर ही निर्धारित करें।


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