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Yoga Tips:पुरे दिन भूख न लगने पर, शुरू करें इन योगासनों का अभ्यास

Bharti Sahu 2
24 Jun 2024 4:55 AM GMT
Yoga Tips:पुरे दिन भूख न लगने पर, शुरू करें  इन योगासनों का अभ्यास
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Yoga Tips: भूख न लगना और दिनभर बिना खाए रहना एक सामान्य समस्या है जो किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकती है। हालांकि इसके कुछ अहम कारण और दुष्प्रभाव हो सकते हैं। कई बार स्वास्थ्य समस्याओं जैसे डायबिटीज, थायराइड, कैंसर या अन्य रोगों के कारण भूख कम हो जाती है।दवाओं के सेवन, मासिक धर्म के समय आदि कई कारणों से भूख कम हो सकती है। वहीं भूख न लगने से शरीर में पौष्टिकता की कमी हो सकती है। इस कारण वजन कम होता है, इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए योगासन का अभ्यास कर सकते हैं।
धनुरासन Dhanurasana
धनुरासन Dhanurasanaवजन कम करने के साथ ही पाचन तंत्र को बेहतर बनाने और भूख न लगने की समस्या को दूर करने के लिए काफी अच्छा माना जाता है।
कैसे करें अभ्यास- धनुरासनDhanurasana के अभ्यास के लिए मैट पर पेट के बल लेटकर दोनों पैरों के बीच दूरी बना लें। घुटनों को ऊपर की ओर मोड़ते हुए एड़ियों को हाथों से पकड़ें और छाती व पैरों को ऊपर उठाएं। बाजुओं और थाइज पर खिंचाव को महसूस करें। इस अवस्था में कुछ देर रहने के बाद धीरे-धीरे प्रारंभिक अवस्था में लौट आएं
वज्रासन Vajrasana
भूख बढ़ाने के लिए वज्रासन Vajrasana का अभ्यास फायदेमंद हो सकता है। इस आसन को आप कभी भी और कहीं भी कर सकते हैं।
कैसे करें अभ्यास- वज्रासनVajrasana के अभ्यास के लिए घुटनों के बल बैठ जाएं। इस स्थिति में पैरों के बीच गैप न हो और दोनों पैरों के अंगूठे एक साथ मिले होने चाहिए। हिप्स को एड़ियों पर टिकाते हुए कमर को सीधा रखें और हथेलियों को घुटनों पर रखें। ध्यान रखें कि दोनों घुटने भी आपस में मिले हों। कुछ देर
सामान्य रूप से श्वास
लेते हुए ध्यान केंद्रित करें। थोड़ी देर में सामान्य स्थिति में लौट आएं।
भुजंगासन Bhujangasana
भूख न लगने का एक कारण पेट की गड़बड़ी हो सकती है। भुजंगासन Bhujangasana का अभ्यास भूख न लगने की समस्या को हल कर सकता है और पाचन को बेहतर बनाने के लिए फायदेमंद है।
कैसे करें अभ्यास- भुजंगासन Bhujangasanaके अभ्यास के लिए पेट के बल लेटकर दोनों हाथ साइड में रखें और पैरों के बीच दूरी बनाएं। अब दोनों हाथों पर प्रेशर देते हुए शरीर के अगले हिस्से को उठाएं। इस अवस्था में आसमान की ओर देखते हुए सांसों को क्रम सामान्य बनाए रखें। कुछ देर इसी स्थिति में रहें और फिर धीरे-धीरे प्रारंभिक स्थिति में लौट आएं।
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