- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- Yoga Poses: गर्मी में...
लाइफ स्टाइल
Yoga Poses: गर्मी में शरीर को ठंडा रखने के लिए रोज करें ये प्राणायाम
Tulsi Rao
17 Jun 2021 11:25 AM GMT
x
कुछ विशेषज्ञों के अनुसार प्राणायाम तकनीक आपके शरीर को ठंडा करने और भीषण गर्मी में आराम महसूस करने में मदद कर सकती हैं. आप गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने के लिए कौन से योगासन कर सकते हैं आइए जानें.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गर्मियों में शरीर की ऊर्जा का स्तर काफी जल्दी कम हो जाता है. आपको हीट स्ट्रोक, सनबर्न और डीहाईड्रेशन जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. आप गर्मी से खुद को बचाने और ठंडा रखने के लिए कई चीजों का सहारा लेते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार सिस्टम को शांत और ठंडा रखने के लिए अपने नियमित आहार में पानी आधारित और ठंडा रखने वाले फूड्स को शामिल कर सकते हैं.
ऐसे फलों का सेवन कर सकते हैं जो आपको हाइड्रेटेड रखें. इसमें तरबूज, खरबूजे, लौकी, खीरा और खट्टे फल आदि शामिल है. इनका सेवन करने से आप हल्का और फ्रेश महसूस करते हैं. इसके अलावा दही भी एक बेहतरीन विकल्प है. लेकिन क्या योग भी आपको ठंडा रखने में मदद करता है. कुछ विशेषज्ञों के अनुसार प्राणायाम तकनीक आपके शरीर को ठंडा करने और भीषण गर्मी में आराम महसूस करने में मदद कर सकती हैं. आप गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने के लिए कौन से योगासन कर सकते हैं आइए जानें.
शीतली प्राणायाम
ये एक तरह की सांस लेने की तकनीक है जो आपके शरीर को अंदर से ठंडा करने का खास काम करती है. इस प्राणायाम को करने के लिए अपने हाथों को घुटनों पर रखकर सुखासन या पद्मासन में बैठें. अपनी जीभ को पूरी तरह से बाहर लाएं और जीभ के दोनों किनारों को एक ट्यूब या स्ट्रॉ की तरह मोड़ें. अपनी जीभ से एक लंबी, गहरी सांस लें. सांस लेने के बाद, अपना मुंह बंद करें और नाक से सांस छोड़ें. इसे 10 बार दोहराएं. ये आसन आपको ठंडा रखने में मदद करता है.
शीतकारी प्राणायाम
इस आसन को करने के लिए आप अपने हाथों को घुटनों पर रखकर सुखासन या पद्मासन में बैठें. ये आसन बंद दांतों से किया जाता है. अपने जबड़ों और दांतों को भींचकर रखें. अपने होंठों को खुला रखें. इसके बाद श्वास लें, एक लंबी सांस लें, नाक से धीरे-धीरे पकड़ें और छोड़ें.
इन बातों का रखें ध्यान
हीट स्ट्रोक से पीड़ित लोगों के लिए ये तकनीक बहुत अच्छी है. इसका अभ्यास आप दिन में कभी भी कर सकते हैं.
लो ब्लड प्रेशर, फ्लू या सर्दी और अस्थमा या श्वसन संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों को इन तकनीकों को करने से बचना चाहिए
इन प्राणायाम अभ्यासों का धीरे-धीरे अभ्यास करें- सांस लेना और छोड़ना दोनों धीमा होना चाहिए.
Next Story