- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- क्यों होता है स्तन में...
x
ब्रेस्ट पेन या स्तनों में दर्द क्या है?
चक्रीय स्तन दर्द(Cyclical breast pain) को चक्रीय मास्टल्जिया भी कहते हैं। स्तनों में होने वाले इस दर्द का संबंध मासिक चक्र से होता है।
आम तौर पर यह दर्द दोनों स्तनों के ऊपरी और बाहरी क्षेत्र में होता है, और कभी-कभी बाजुओं में भी महसूस होता है।
यह हल्के दर्द से लेकर जलन या चुभन जैसे अलग-अलग प्रकार का होता है। कई मामलों में यह मासिक धर्म शुरू होने के एक से तीन दिन पहले शुरू होता है और उसके खत्म होने तक बेहतर हो जाता है।
स्तन का दर्द ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण नहीं होता और साइक्लिकल ब्रेस्ट पेन (चक्रीय स्तन दर्द) स्तन कैंसर के विकास के जोखिम को नहीं बढ़ाता है।
चक्रीय स्तन दर्द के लक्षणों के बारे में और पढ़ें।
क्यों होता है चक्रीय स्तन दर्द ?
चक्रीय स्तन दर्द के सही कारण अभी तक ज्ञात नहीं हैं, यह मासिक चक्र से संबंधित होता है और इससे वे महिलाएं प्रभावित होती हैं, जिन्हें अब भी मासिक धर्म होता है (रजोनिवृत्ति से पहले)।
समझा जाता है कि मासिक धर्म से पहले हार्मोन के स्तरों में बदलाव का संबंध चक्रीय स्तन के दर्द से होता है। हमारे शरीर में बनने वाला एस्ट्रोजन (oestrogen) हार्मोन मासिक चक्र को नियंत्रित करता है। हार्मोन्स काफी शक्तिशाली रसायन होते हैं, जिनका हमारे शरीर पर बड़े पैमाने पर असर होता है।
साइक्लिकल ब्रेस्ट पेन (चक्रीय स्तन दर्द) का संबंध स्तन संबंधी किसी अन्य अवस्था से नहीं होता है।
चक्रीय स्तन दर्द का इलाज कैसे होता है ?
चक्रीय स्तन दर्द से पीड़ित तकरीबन एक तिहाई महिलाओं की स्थिति बिना किसी इलाज के तीन मासिक चक्र में बेहतर हो जाती है। हालांकि कई अन्य में चक्रीय स्तन का दर्द भविष्य में फिर लौट आता है।
बहुत सी महिलाओं को यह जानने के बाद कि उनके स्तन का दर्द ब्रेस्ट कैंसर के कारण नहीं है, इस दर्द से कोई परेशानी नहीं होती है।
इस दर्द में आराम के लिए ओवर द काउंटर (बिना डॉक्टर की पर्ची के) मिलने वाली पैरासिटामॉल (paracetamol) या इबुप्रोफेन (ibuprofen) जैसी दर्द निवारक दवाओं या जेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। परामर्श के लिए अपने फार्मासिस्ट से बात करें।
अगर स्तन में दर्द की वजह से आपके जीवन की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है और दर्द निवारक दवाओं से मदद नहीं मिल रही है तो डॉक्टर एक निश्चित अवधि तक आपसे रोजाना के दर्द का रिकॉर्ड बनाने के लिए कह सकते हैं। साथ ही आपको आगे के इलाज के लिए किसी स्तन रोग विशेषज्ञ से परामर्श के लिए कह सकते हैं।
चक्रीय स्तन दर्द की पहचान और चक्रीय स्तन दर्द के इलाज के बारे में और पढ़ें।
स्तनों में दर्द के लक्षण?
कई मामलों में साइक्लिकल ब्रेस्ट पेन(चक्रीय स्तन दर्द) के लक्षण काफी मामूली होते हैं, हालांकि कुछ महिलाओं को औसत या गंभीर दर्जे का दर्द होता है।
यह दर्द भारीपन जैसा महसूस करा सकता है या कष्टदायी हो सकता है। मगर इसे चुभन या जलन जैसा भी बताया गया है।
यह आमतौर पर आपके स्तनों के ऊपरी, बाहरी क्षेत्र में महसूस किया जाता है और यह आपके स्तनों से लेकर आपके कांख तक फैल सकता है, और कभी-कभी आपकी बाहों के नीचे भी।
कुछ सूजन और सामान्य गठीलेपन के साथ आपके स्तन नर्म हो सकते हैं – मगर इनमें कोई एक सख्त गांठ नहीं होगी।
हर माह मासिक चक्र के उसी समय पर स्तन में दर्द महसूस होता है, अमूमन माहवारी शुरू होने के एक से तीन दिन पहले शुरू होता है और इसके खत्म होने तक स्थिति में सुधार आ जाता है। दर्द की तीव्रता हमेशा समान नहीं होगी।
चूंकि साइक्लिकल ब्रेस्ट पेन (चक्रीय स्तन दर्द) का संबंध मासिक चक्र से होता है, यह महिलाओं को मेनोपॉज तक ही प्रभावित करता है। हालांकि हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एचआरटी) (hormone replacement therapy (HRT) कराने वाली कुछ महिलाएं ये लक्षण मेनोपॉज होने के बाद भी अनुभव करती हैं।
Tagsघरेलु उपायचमत्कारिक घरेलु उपचारहेल्थ टिप्सस्वस्थ रहने के नियमदादी मां के नुक्सेपुरुषों के लिए ब्यूटी टिप्सब्यूटी टिप्ससुंदर बनाने के ब्यूटी टिप्स10 ब्यूटी टिप्सफेस के लिए घरेलू नुस्खेबालों के लिए घरेलू नुस्खेHome RemediesMiracle Home RemediesHealth TipsRules to Stay HealthyGrandma's TipsBeauty Tips for MenBeauty TipsBeauty Tips to be Beautiful10 Beauty TipsHome Remedies for FaceHome Remedies for Hairताज़ा समाचारब्रेकिंग न्यूजजनता से रिश्ताजनता से रिश्ता न्यूज़लेटेस्ट न्यूज़न्यूज़ वेबडेस्कआज की बड़ी खबरआज की महत्वपूर्ण खबरहिंदी खबरबड़ी खबरदेश-दुनिया की खबरराज्यवार हिंदी समाचारआज का समाचारनया समाचारदैनिक समाचारभारत समाचारTaaza SamacharBreaking NewsJanta Se RishtaJanta Se Rishta NewsLatest NewsNews WebdeskToday's Big NewsToday's Important NewsHindi NewsBig NewsCountry-World NewsState-wise Hindi NewsToday's Newsnew newsdaily newsindia news
Apurva Srivastav
Next Story