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क्यों आता है मांसपेशियों में खिंचाव, इन आसान घरेलू उपायों से पाएं छुटकारा

SANTOSI TANDI
1 Sep 2023 11:48 AM GMT
क्यों आता है मांसपेशियों में खिंचाव, इन आसान घरेलू उपायों से पाएं छुटकारा
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घरेलू उपायों से पाएं छुटकारा
मांसपेशियों में खिंचाव, तब आता है जब अत्यधिक दबाव या परिश्रम के कारण मांसपेशियों के फाइबर खिच जाते हैं। यह आम तौर किसी को भी हो सकता है, जिनमे अचानक चलना, खेल गतिविधियों में भाग लेना, भारी वस्तुएं उठाना या सामान्य कार्य करना शामिल होता है।
परिणामस्वरूप, घुटने के लिगामेंट में इंजरी, रॉमबॉइड मांसपेशियों में दर्द, एड़ी में मोच प्रभावित क्षेत्र में कठोरता, संयमित गतिशीलता और मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है। मांसपेशियों में तनाव धीरे धीरे, तीव्र हो सकता है, जिसमें मांसपेशियों के फाइबर आंशिक या पूर्ण रूप से टूट सकते हैं। इन कारणों के चलते मांसपेशियों में खिंचाव आता है—
मांसपेशियों में दर्द
मांसपेशियों में खिंचाव होने का पहला लक्षण है दर्द होना। अगर आपको मांसपेशियों में दर्द महसूस हो रहा है, तो तुरन्त डॉक्‍टर से संपर्क करें। इलाज न करवाने पर दर्द बढ़ भी सकता है। दर्द होने पर लंबे समय तक बैठने या खड़े रहने से बचें। इस दौरान सही मुद्रा में बैठने पर ध्‍यान दें।
मांसपेशियों में लालिमा और सूजन
मांसपेशियों में खिंचाव होने पर लालिमा और सूजन हो सकती है। आपको दर्द वाली जगह पर लाल उभरी हुई त्‍वचा नजर आ सकती है। मांसपेशियों में खिंचाव के दौरान आपको भारी चीजों को उठाने से बचना चाहिए। अगर आप कसरत शुरू कर रहे हैं, तो पहले कम अंतराल से शुरुआत करें।
गतिविधियों में कमी
मांसपेशियों में खिंचाव महसूस होने पर आपको कोई भी काम करने में समस्या आएगी। दर्द से पीड़ित व्यक्ति की गतिविधि कम हो सकती है। मांसपेशियों में खिंचाव होने पर ढलान व फिसलन वाली जगह पर जाने से बचें। सीढ़ी और फर्श पर चलने के दौरान सावधानी बरतें।
आराम करने पर दर्द होना
मांसपेशियों में खिंचाव होने पर आपको आराम करने में परेशानी हो सकती है। आराम करने के दौरान भी दर्द महसूस हो सकता है। मांसपेशियों में खिंचाव होने पर व्यक्ति किसी करवट आराम नहीं कर पाता और उसे दर्द महसूस होता है।
मांसपेशियों में तनाव के उपचार
सेंधा नमक
इसमें मैग्‍नीशियम सल्‍फेट पाया जाता है जो मांसपेशियों को आराम देने की प्राकर्तिक सामग्री है। मैग्‍नीशियम मांसपेशियों में दर्द पैदा करने वाले टिश्यू से फ्लूइड को बाहर निकालता है।
कैसे करें सेंधा नमक का इस्तेमाल
एक कप सेंधा नमक लें और उसे गर्म पानी में डालें। अब प्रभावित हिस्‍से को ठंडा पानी होने तक इसी में डुबोएं। इस बात का ध्‍यान रखें कि पानी ज्‍यादा ठंडा नहीं होना चाहिए। आप हफ्ते में तीन बार ऐसा करें।
एप्पल साइडर विनेगर
एप्‍पल साइडर विनेगर में एलकेलाइन गुण होते हैं जो सूजन रोधी होते है जो मांसपेशियों में दर्द और सूजन कम करते है।
कैसे करें एप्पल साइडर विनेगर का इस्तेमाल:
एक गिलास पानी में एक चम्‍मच एप्‍पल साइडर विनेगर मिलाकर पिएँ या फिर इसे सीधा प्रभावित हिस्‍से पर भी लगा सकते है।
ठंडी सिकाई
ठंडी सिकाई से रक्‍त वाहिकाएं संकुचित होती हैं और प्रभावित हिस्‍से में रक्‍त प्रवाह कम होने से सूजन में कमी आती है।
कैसे करें ठंडी सिकाई:
हर 24 से 72 घंटे में 20 से 30 मिनट के लिए ठंडी सिकाई करें।
चेरी जूस
खट्टी चेरी के जूस में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो मांसपेशियों में तनाव कम करने में मदद करते है।
कैसे करें चेरी के जूस का इस्तेमाल:
दर्द और जलन को कम करने के लिए चेरी का खट्टा रस पिएँ।
हल्दी
हल्दी में कर्क्युमिन तत्व पाया जाता है। ये तत्व मांसपेशियों के दर्द, सूजन और तनाव से राहत दिलाता है।
हल्दी का कैसे करें इस्तेमाल:
एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी डालें और इसे 5 मिनट हल्की आंच पर गर्म करें। इस दूध में एक चम्मच शहद मिलाएं और इसे पी लें।
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