- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- क्या है सोरायसिस...
x
देश में लाखों लोग स्किन संबंधी डिजीज से जूझ रहे हैं. भागदौड़ भरी जिंदगी में अपनी स्किन को हेल्दी रखना लोगों के लिए काफी चैलेंजिंग टास्क हो गया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देश में लाखों लोग स्किन संबंधी डिजीज से जूझ रहे हैं. भागदौड़ भरी जिंदगी में अपनी स्किन को हेल्दी रखना लोगों के लिए काफी चैलेंजिंग टास्क हो गया है. स्किन से संबंधित कई ऐसी डिजीज होती हैं, जिनके बारे में लोगों को पता ही नहीं होता. इनमें से एक 'सोरायसिस' (Psoriasis) डिजीज भी है. यह स्किन की एक गंभीर बीमारी है, जिसका अभी तक पूरी तरह कारगर कोई इलाज नहीं है. इस बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए अगस्त महीने को 'सोरायसिस अवेयरनेस मंथ' के रूप में चिन्हित किया गया है. आज स्किन स्पेशलिस्ट से जानेंगे कि सोरायसिस डिजीज क्या है. इसके क्या लक्षण होते हैं और इससे किस तरह बचाव किया जा सकता है.
क्या है सोरायसिस डिजीज?
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज (कानपुर) के डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. युगल राजपूत के मुताबिक सोरायसिस एक स्किन डिजीज है, जिसमें त्वचा मोटी हो जाती है और लाल चकत्ते पड़ जाते हैं. इस पर सफेद पपड़ी बनने लगती है और इसमें हल्की खुजली भी रहती है. यह बीमारी सबसे ज्यादा घुटनों, कोहनी, खोपड़ी और पीठ के निचले हिस्से को प्रभावित करती है. यह एक लॉन्ग टर्म क्रॉनिक डिजीज है, जो काफी दर्दनाक हो सकती है. यह बीमारी किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है. इस बीमारी के लक्षण शुरुआत में नजर नहीं आते. यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलती. सही समय पर इलाज कराने से इस बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है. हालांकि इस बीमारी का कोई सटीक इलाज नहीं है.
क्या होती है इस बीमारी की वजह?
डॉ. युगल के मुताबिक सोरायसिस डिजीज मुख्य रूप से इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी की वजह से होती है. इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति की स्किन में जल्दी-जल्दी नई सेल्स बन जाती हैं और स्किन के ऊपर जमा होती रहती हैं. यही स्किन पर पैच का कारण बनती हैं. कई मामलों में अनुवांशिक कारणों से बीमारी हो जाती है. बैक्टीरियल इंफेक्शन भी इस परेशानी की वजह बन सकता है. इसके अलावा स्किन इन्फेक्शन, चोट या स्किन कटने, मौसम में बदलाव, एल्कोहल का ज्यादा सेवन, अत्यधिक तनाव और कुछ दवाइयां लेने की वजह से बीमारी बढ़ने या बार-बार होने का खतरा बढ़ जाता है.
सोरायसिस बीमारी के लक्षण
त्वचा पर खुजली होना
स्किन पर लाल चकत्ते होना
त्वचा पर मोटी परत जमना
छोटे-छोटे लाल धब्बे दिखना
घुटनों या उंगली के जोड़ों में गठिया होना
त्वचा चटकना और खून निकलना
जलन या दर्द महसूस होना
नाखूनों का खराब होना
इस बीमारी से कैसे करें बचाव
डॉ. युगल राजपूत के अनुसार त्वचा की तमाम डिजीज से बचने के लिए आपको स्किन का ख्याल रखने की जरूरत होती है. त्वचा की साफ सफाई का ध्यान रखें और इसे ड्राई ना होने दें. नहाने के बाद मॉइश्चराइजर लगाएं. खाने पीने का ध्यान रखें और अपनी डाइट में ऐसे फूड्स को शामिल करें, जो पोषक तत्वों से भरपूर हों. ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर पदार्थों जैसे- फिश खाने से इस बीमारी में राहत मिलती है. किसी और तरह के परहेज की जरूरत नहीं है, लेकिन इस बीमारी से जूझ रहे लोगों को तंबाकू और शराब के सेवन से बचना चाहिए. अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत रखें और किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. अगर शुरुआती दौर में आप इस बीमारी का पता लगा लेंगे, तो इससे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकेगा.
Tara Tandi
Next Story