- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- गोटू कोला के क्या है...
x
गोटू कोला वस्कुलर सिस्टम में दो कार्य करता है।
गोटू कोला एक ऐसा बारहमासी पौधा है, जो एशिया में बड़ी आसानी से पाया जाता है। इसके संभावित स्वास्थ्य लाभों के कारण ही कई वर्षों से पारंपरिक चिकित्सा में इसका उपयोग किया जा रहा है। गोटू कोला को लेकर यह भी दावे किए जाते हैं कि यह पौधा घाव भरने में सहायता कर सकता है, सीखने की क्षमता बढ़ाता है और साथ ही रक्तचाप भी कम कर सकता है। असामान्य आकार की पत्तियां पौधे का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और इनका उपयोग आमतौर पर हर्बल दवाओं में किया जाता है।
चिंता से लेकर हृदय रोग तक विभिन्न प्रकार के रोगों के उपचार के लिए इसे जेल, लोशन, गोली की खुराक, मलहम और अन्य रूपों में परिवर्तित कर के उपयोग किया जा सकता है। यह इसमें पाए जाने वाले ट्राइटरपेनॉइड केमिकल (जिन्हें सैपोनिन्स भी कहा जाता है) हाई कंसंट्रेटेड होते हैं। गोटू कोला का पौधा नम वातावरण में बढ़ता है और इसके फूल थोड़े सफेद या गुलाबी रंग के होते हैं।
गोटू कोला के स्वास्थ्य लाभ-
1. अनिद्रा को कम कर सकता है-
चिंता, तनाव और अवसाद को ठीक करने की इसकी कथित क्षमता के कारण, गोटू कोला का उपयोग उन बीमारियों के इलाज के लिए भी किया जा सकता है। कुछ लोगों का मानना है कि यह हर्बल दवा अनिद्रा और नींद संबंधी अन्य विकारों के इलाज के लिए एक सुरक्षित विकल्प है। हालांकि, इन निष्कर्षों की पुष्टि करने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।
2. रक्त संचार में सहायक-
गोटू कोला वस्कुलर सिस्टम में दो कार्य करता है। सबसे पहले, पौधे का अर्क रक्त वाहिकाओं और केशिका की दीवारों की रक्षा और मजबूती प्रदान करता है। रक्त की कमी को रोक सकता है और संचार प्रणाली को अनुकूलित कर सकता है। दूसरा, यह रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है, जिससे शरीर के कई हिस्सों और महत्वपूर्ण अंग प्रणालियों में ऑक्सीजनेशन बढ़ जाता है। यह खराब रक्त परिसंचरण के लक्षणों को भी कम करता है, जैसे कि एडिमा, पैर में भारीपन और खराश जैसी समस्या कम होती है।
3. अनुभूति में सुधार करता है-
एक संक्षिप्त नैदानिक जांच के निष्कर्ष से पता चला है कि गोटू कोला वृद्ध व्यक्तियों को लाभान्वित कर सकता है, जिनकी औसत आयु लगभग 65 वर्ष है। इससे वृद्ध लोगों का मिजाज बेहतर होता है। इसके अलावा, गोटू कोला से ध्यान, निर्णय लेने, सीखने और याद्दाश्त कमजोर जैसी समस्या का समाधान करने में लाभदायक है। यह मानसिक स्वास्थ्य को शांत करता है जिससे आक्रामकत भी कम होती है और मन शांत रहता है।
4. त्वचा के लिए अच्छा-
गोटू कोला में सैपोनिन्स होते हैं, जो त्वचा की बनावट में सुधार करते हैं और इनमें उच्च मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं। निशान, झुर्रियों और अन्य खामियों को कम करने की इसकी क्षमता ने कई कॉस्मेटिक और दवा कंपनियों को अपनी ओर आकर्षित किया है। अध्ययनों के अनुसार, गोटू कोला का उपयोग घाव, जलन और हाइपरट्रॉफिक निशान के इलाज के लिए भी किया जा सकता है।
5. सोरायसिस के लक्षणों को कम करता है-
गोटू कोला में त्वचा कोशिका प्रजनन को रोकने की क्षमता होती है। हालांकि, यह एक हाइपरप्रोलिफेरेटिव त्वचा रोग, सोरायसिस के लक्षणों को कम करने के लिए एक हर्बल उपचार के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
गोटू कोला के दुष्प्रभाव-
-गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं, सर्जरी से गुजरने वाले और लिवर की समस्या वाले लोगों को गोटू कोला से बचना चाहिए।
-गोटू कोला के दुष्प्रभाव में त्वचा की एलर्जी शामिल है जिससे रेडनेस और खुजली शामिल है।
-गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की समस्या भी हो सकती है। कुछ लोगों को पेट खराब, मतली या असामान्य रूप से रंगीन मल का अनुभव हो सकता है।
-गोटू कोला के संभावित प्रतिकूल प्रभावों में चक्कर आना, सिरदर्द और उनींदापन जैसी समस्या भी शामिल है।
Tagsघरेलु उपायचमत्कारिक घरेलु उपचारहेल्थ टिप्सस्वस्थ रहने के नियमदादी मां के नुक्सेपुरुषों के लिए ब्यूटी टिप्सब्यूटी टिप्ससुंदर बनाने के ब्यूटी टिप्स10 ब्यूटी टिप्सघरेलू नुस्खे फेस के लिएघरेलू नुस्खे बालों के लिएHome RemediesMiraculous Home RemediesHealth TipsHealthy Living RulesGrandma's TipsBeauty Tips for MenBeauty TipsBeauty Tips to be Beautiful10 Beauty TipsHome Remedies for FaceHome Remedies for Hairताज़ा समाचारब्रेकिंग न्यूजजनता से रिश्ताजनता से रिश्ता न्यूज़लेटेस्ट न्यूज़न्यूज़ वेबडेस्कआज की बड़ी खबरआज की महत्वपूर्ण खबरहिंदी खबरबड़ी खबरदेश-दुनिया की खबरराज्यवार हिंदी समाचारआज का समाचारनया समाचारदैनिक समाचारभारत समाचारखबरों का सिलसीलादेश-विदेश की खबरTaaza SamacharBreaking NewsJanta Se RishtaJanta Se Rishta NewsLatest NewsNews WebdeskToday's Big NewsToday's Important NewsHindi NewsBig NewsCountry-World NewsState-wise Hindi NewsToday's Newsnew newsdaily newsindia newsseries of newsnews of country and abroad
Apurva Srivastav
Next Story