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लाइफ स्टाइल
मोटापे से हो चुके हैं परेशान, आज से ही दिनचर्या में शामिल करें ये 7 योगासन
Kajal Dubey
16 Jun 2023 12:26 PM GMT
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मोटापा अनचाहे मेहमान जैसा होता हैं जो कभी भी आ जाता हैं, लेकिन इसे अपने से दूर करने के लिए आपको मेहनत करनी पड़ती हैं। वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज के साथ संतुलित आहार लेने की जरूरत होती है। कई लोग सोचते हैं कि बाजार में बिकने वाले किसी भी इंस्टेंट स्लिम करने वाले प्रोडक्ट को खाकर पेट की चर्बी घटा लेंगे, तो जान लें कि यह सेहत के लिए बहुत घातक हो सकता हैं। ऐसे में आपके लिए सबसे अच्छा ऑप्शन हैं योगासन जिसके नियमित अभ्यास से शरीर को लचीला बनाते हुए पेट की बढ़ती चर्बी को कम किया जा सकता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे योगासन बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से बिना किसी नुकसान के अपना वजन घटा सकते हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...
नौकासन
पेट और नाभी के आसपास के भाग को सुडौल बनाने के लिए यह एक गुणकारी आसन है। इससे शरीर में एक्सट्रा फैट जमा नहीं होता है और वज़न भी काबू में रहता है। इसके लिए सबसे पहले आसन जमा लें, ओर आकाश की ओर मुंह कर के पीठ के बल सीधे लेट जाएँ। हाथों को सीधा कमर से सटा कर रखें, और अपनी हथेलियों को ज़मीन की और रखे। अब धीरे धीरे अपनी गरदन ऊपर की और ले जाएँ और अपने हाथ सीधे रख कर ही गर्दन के समान ऊपर उठाएँ और साथ साथ उसी समान अपने पैर भी उठाएँ और एक नौका का रूप लें। इसी मुद्रा में आप करीब पच्चीस से तीस सेकंड बने रहें। फिर धीरे धीरे सामान्य मुद्रा में चले जाएँ। नौकासन को दो से तीन बार दोहराएँ।
वीरभद्रासन
यह आपके पेट को टोन करने में मदद करता है और अगर आप स्थिति को बनाए रखते हुए अपने पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ते हैं तो आपको फ्लैट पेट मिलता है। वीरभद्रासन को योद्धा मुद्रा कहते हैं। इस आसन में आपकी पोजीशन पहाड़ों पर जाने वाली मुद्रा के जैसी होती है। इसमें अपने पैर को पीछे की ओर खींचते हुए दूसरे पैर को आगे कूदने की पोजीशन में बना लें। फिर हाथों को जोड़कर सिर को ऊपर तक से जाएं। अब अपने हाथ को छाती के सामने ले जाते हुए खींचे हुए पैरों को सीधा कर लें। फिर दूसरे पैर को अभी भी 90 डिग्री पर रखें और दोनों हाथों को खींचकर बाहर की तरफ फैला लें।
बालासन
यह आसन तेज़ी से वज़न कम करने के लिए काफी उपयोगी है। पेट, कमर और जांघों की चरबी इस आसन से तुरंत कम होने लगती है। इस आसन को रोज़ दिन में सुबह के समय पाँच से दस मिनट करने से पेट तुरंत अंदर होने लगेगा। इसके लिए सर्वप्रथम आसन जमा लें, फिर घुटनों को पीछे की ओर मौड़ कर घुटनों के बल बैठ जाएँ। ऐडियों पर शरीर का वज़न बनाते हुए, और साँस अंदर लेते हुए आगे की और झुकें। अब आप के हाथ सीधे होने चाहियेँ और हथेलियाँ ज़मीन की और लगी होनी चाहिए। यह सुनिश्चित करें की आप की छाती आपकी जांघों और घुटनों के अग्र भाग को छुनी चाहिये। साथ ही आप का मस्तक ज़मीन को छूना चाहिये। इस आसन को तीन से पाँच मिनट करें फिर थोड़ा आराम लें और इस आसन को चार से पाँच बार दोहराएँ।
भुजंग आसन
अगर आप पेट की चर्बी से हैं परेशान तो भुजंग आसन आपके लिए एक बेहतरीन योगाभ्यास है। इस आसन में इतनी क्षमता है की यह आपके पेट की चर्बी को कम कराते हुए इसे फ्लैट कर दे। सबसे पहले अपने पेट के बल से लेट जाएं। अब अपने हथेलियों को अपने कंधे की सीध में ले कर आएं। इस दौरान अपने दोनों पांवों के बीच की दूरी को कम करें साथ ही पांव को सीधा तथा तना हुआ रखें। अब सांस भरते हुए बॉडी के अगले हिस्से को नाभि तक उठाएं। इस दौरान ध्यान रखें कि अपनी कमर के ऊपर ज्यादा स्ट्रेच न आ पाए। अपनी क्षमता अनुसार अपनी इस अवस्था को बना कर रखें। योग का अभ्यास करते समय धीमे धीमे सांस भरें और फिर छोड़ें। शुरुआती मुद्रा में वापस आते समय एक गहरी सांस को छोड़ते हुए वापसी करें। इस तरह इस आसन का एक पूरा चक्र खत्म हुआ। इसे आप अपनी क्षमता अनुसार दोहराएं।
योगा साइकिलिंग
योगा साइकिलिंग से पेट में गेस की तकलीफ भी दूर होती है, और पेट में जमी चरबी भी कम हो जाती है। इसके लिए आसन बिछा कर पीठ के बल सीधे लेट जाएँ। आप का मुख आकाश की ओर होना चाहिये। अब अपने दोनों पैर ज़मीन से ऊपर उठा लें। जैसे आप real साइकल चलाते है ठीक वैसे ही गोल गोल पेडल हवा में चलाने लगें। याद रहे की यह आसन करते समय आप के दोनों हाथ सीधे ज़मीन से लगे होने चाहिये और हथेलियाँ ज़मीन की और होनी चाहिये। थोड़ी देर सीधी साइकलिंग करें, फिर उतनी ही देर तक उल्टी पेडलिंग करते हुए साइकलिंग करें। इस कसरत को सुबह के समय दस से पंद्रह मिनट तक करें। अधिक थकान महसूस होने पर बीच-बीच में ब्रेक ले कर सामान्य मुद्रा में लेट कर आराम कर लें।
अर्ध चन्द्रासन
यह आसन सामान्य स्ट्रेचिंग और बैलेंसिंग पोज़ है जो खासकर कमर के निचले हिस्से, पेट और सीने के लिए लाभदायक है। इसे करने के लिए सबसे पहले दोनों पैरों की एड़ी-पंजों को मिलाकर खड़े हो जाएं। दोनों हाथ कमर से सटे होने चाहिए और अपनी गर्दन सीधी रखें। फिर धीरे धीरे दोनों पैरों को एक दूसरे से करीब एक से डेढ़ फ़ीट की दूरी पर रखें। ध्यान रहे कि इस आसन का अभ्यास करते वक्त आपका मेरुदंड सीधा रहे। इसके उपरांत दाएं हाथ को उपर उठाएं और कंधे के समानांतर लाएं। आपकी हथेली का रुख आसमान की ओर होना चाहिए। इसे करते समय ध्यान रहे कि आपका बायां हाथ आपकी कमर पर ही रहे। अब बाई ओर झुके, इस दौरान आपका बायां हाथ स्वयं ही नीचे खिसकता जायेगा। याद रहे कि बाएं हाथ की हथेली को बाएं पैर से अलग न हटने पाए। इसी स्थिति में 30-40 सेकंड तक रहे, फिर धीरे धीरे सामान्य स्थिति में आएं। अगर इसे पहली बार कर रहे है तो जितना हो सके उतना ही झुकें। यही प्रक्रिया दूसरी तरफ भी करें।
सेतुबंध आसन
शरीर की मांसपेशियाँ मज़बूत करना और पेट की अतिरिक्त चरबी दूर करना इस आसन के प्रमुख गुण हैं। इसे करने के लिए सर्वप्रथम आसन जमा कर पीठ के बल लेट जाएँ। मुख को आकाश की और रखे। उसके बाद अपनें दोनों घुटनों को एक साथ मौड़ कर दोनों पैरों के तलवों को ज़मीन पर अच्छे से जमा लें। अपने दोनों हाथ सीधे रख कर ज़मीन पर लगा लें। अब साँस बाहर निकालते हुए रीड़ की हड्डी की ज़मीन की और धीरे से दबाएँ। अब गहरी साँस अंदर भरते हुए अपनें पैरों को ज़मीन पर दबाएँ। अब अपने कमर के भाग को जितना हो सके उतना ऊपर की और उठाएँ। इस अवस्था में करीब एकाद मिनट तक रहें फिर साँस बाहर छोड़ते हुए सामान्य अवस्था में लेट जाएँ।
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