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भारत में हर छठा व्यक्ति एनीमिया से पीड़ित है। इस बीमारी से औरतें अधिक पीड़ित हैं। यह बीमारी शरीर में आयरन की कमी से होती है।
भारत में हर छठा व्यक्ति एनीमिया से पीड़ित है। इस बीमारी से औरतें अधिक पीड़ित हैं। यह बीमारी शरीर में आयरन की कमी से होती है। खासकर गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में आयरन की कमी अधिक होती है। इसलिए, डॉक्टर्स महिलाओं को आयरन युक्त चीज़ों को खाने की सलाह देते हैं। साथ ही महिलाओं को मासिक धर्म के समय में भी रक्त के अधिक स्त्राव से भी आयरन की कमी हो जाती है। इस स्थिति में अगर किसी महिला के लीवर में आयरन की कमी हो जाती है, तो उसे सिरोसिस हो जाती है। यह बीमारी बेहद खतरनाक होती है, क्योंकि समय पर उपचार न करने पर कैंसर में तब्दील हो जाती है।
इसके अलावा, आयरन की कमी के चलते लाल रक्त कोशिकाओं में कमी आने लगती है और हीमोग्लोबिन स्तर भी गिरने और कम बनने लगता है। इससे शरीर में ऑक्सीजन का संचरण सही से नहीं हो पाता है। इसके चलते शरीर में कई प्रकार की बीमारियां जन्म लेती हैं। इनमें थकान, सिरोसिस, सांस संबंधी बीमारियां, सिरदर्द, चक्कर आना प्रमुख हैं। यह बीमारी महिलाओं को अधिक होती है। वहीं अल्सर से पीड़ित व्यक्ति में आयरन की कमी होने की पूरी संभावना रहती है। अगर आप भी एनीमिया से पीड़ित हैं, तो अपनी डाइट में इन चीजों को जरूर शामिल करें-
आयरन युक्त चीजें खाएं
अपनी डाइट में आयरन युक्त चीजों को जरूर शामिल करें। चूंकि एनीमिया बीमारी आयरन की कमी के चलते होती है। इसके लिए अपनी डाइट में लाल मीट, बीन्स, दालें, हरी सब्जियां, किशमिश, खुबानी आदि चीजें लें। इनके सेवन से शरीर में आयरन की कमी दूर हो जाती है। इसके अलावा, विटामिन-सी, बी-12 का भी जरूर सेवन करें।
डेयरी उत्पादकों का सेवन करें
विटामिन-बी, सी, बी-12 को जरूर शामिल करें। इसके लिए मीट, सोयाबिन, विटामिन-बी, साइट्रस युक्त चीजें संतरे, टमाटर, ब्रोकली, स्ट्राबेरी, विटामिन-सी युक्त चीजों का रोजाना सेवन करें। यह पोषक तत्व हीमोग्लोबिन के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करता है, लाल रक्त कोशिकाओं में प्रोटीन पाया जाता है, जो आरबीसी को बढ़ाने में सहायक होता है।
फोलेट शामिल करें
फोलेट एक तरह से विटामिन-बी है, जो बोन मैरो में लाल रक्त कोशिकाएं, श्वेत रक्त कोशिकाएं बनाने के लिए जरूरी है। इसके लिए हरी मटर, किडनी बीन्स, मूंगफली, गहरे हरे पत्ते वाली सब्जियां, शतावरी, एवोकैडो, लेट्यूस, स्वीट कॉर्न और खट्टे फल का सेवन करें। साथ ही फॉलिक एसिड युक्त चीज़ें जैसे पालक, मटर और मसूर की दाल जरूर जोड़ें।
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