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लाइफ स्टाइल
रक्त का गाढ़ापन बनता हैं हार्ट अटैक का कारण, पतला करने के लिए आहार में शामिल करें ये 9 चीजें
Kiran
28 July 2023 12:02 PM GMT
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रक्त अर्थात खून हमारे शरीर को सुव्यवस्थित चलाने के लिए बहुत जरूरी हैं क्योंकि इसकी मदद से शरीर के हर उत्तक और अंगों में ऑक्सीजन और जरूरी पोषक तत्व पहुंचते हैं। लेकिन कई बार नसों में फैट जमा होने और खून के गाढ़ा होने की वजह से नसों में खून का थक्का या ब्लड क्लॉट बन जाता है। जब खून गाढ़ा होता है, तो यह पूरे शरीर में ऑक्सीजन, हार्मोन और पोषक तत्वों की गति को बाधित कर सकता है। यह समस्या हार्ट अटैक का कारण बन सकता हैं। इसके लिए जरूरी हैं कि खून को पतला करने का प्रयास किया जाए। इसमें खानपान भी आपकी मदद कर सकता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ के बारे में बताने जा रहे हैं जो खून को पतला करने में मदद करते हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...
लहसुन
खून पतला करने के लिए लहसुन का सेवन भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। लहसुन के सेवन से शरीर में ब्लड प्रेशर कम करने में मदद मिलती है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनता है। लहसुन में एंटीथ्रॉम्बोटिक गुण होते हैं को शरीर में खून के थक्के जमने से रोकने में मदद करता है। लहसुन खून को पतला करके प्लेटलेट काउंट को बेहतर करने में भी मदद करता है।
लाल मिर्च
लाल मिर्च में मौजूद सैलिसिलेट की मात्रा अधिक होने से यह रक्त को पतला करने वाला एक बढ़िया फूड है। लाल मिर्च का उपयोग ब्लड प्रेशर को कम करने और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने के लिए भी किया जा सकता है। आप या तो पिसी हुई लाल मिर्च को अपने खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर इसे कैप्सूल में भी ले सकते हैं।
दालचीनी
खून को पतला करने के लिए दालचीनी का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद माना जाता है। दालचीनी में मौजूद कौमारिन नामक तत्व में खून को पतला करने वाले गुण होते हैं। दालचीनी के सेवन से शरीर में रक्त का संचार बेहतर तरीके से होता है। हालांकि, ज़्यादा मात्रा में कौमारिन का इस्तेमाल लिवर पर नकारत्मक प्रभाव डाल सकता है। इससे लिवर को हानि हो सकती है। इसलिए दालचीनी का इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
अंगूर
अंगूर में कई औषधिय गुण होते हैं। इसमें पाये जाने वाला स्कंदन गुण हमारे शरीर में रक्त के थक्के को बनने से रोकता है। अंगूर की उपरी सतह में रेस्वरेट्रॉल पाया जाता है जो कि खून में प्लेटलेट्स को एक साथ आने थक्का बनने से राकता है और खून को पतला बनाता है।
हल्दी
हल्दी को गोल्डन स्पाइस कहा जाता है। इसके कई औषधीय गुण हैं। हल्दी के मुख्य सक्रिय तत्वों में से एक करक्यूमिन में खून के थक्के को खत्म करने की क्षमता होती है और यह रक्त के थक्के को बनने से रोक सकता है। इसके अलावा हल्दी एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल भी होती है।
ब्लूबेरीज
ब्लूबेरीज किडनी और लिवर को सही रखते हैं और शरीर से गंदगी साफ करने में मदद करते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हैं और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देते हैं। दरअसल, ब्लूबेरीज एंथोसायनिन नामक एक यौगिक से भरपूर होते हैं, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है और धमनियों को स्वस्थ रखते हैं। ये ब्लड वेसेल्स को लचीला बनाते हैं और ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए नाइट्रिक ऑक्साइड के प्रोडक्शन को स्टूमिलेट करते हैं। इस तरह ये ब्लड वेसेल्स हेल्दी रख कर शरीर में खून के सर्कुलेशन को सही रखते हैं।
अदरक
अदरक को स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी माना गया है। खून को पतला करने के लिए अदरक का सेवन बहुत फायदेमंद माना गया है। इसमें सैलिसिलेट नाम तत्व मौजूद होता है जो ब्लड क्लॉट को रोकने में मदद कर सकता है। अदरक ब्लड क्लॉट को जमने से रोकता है और शरीर में सूजन को कम करने में मदद करता है।
प्याज
प्याज को कच्चा या पकाकर खाने से रक्त के थक्कों में कमी आती है। डॉक्टरों के अनुसार जिसे रक्त में थक्के जमने की परेशानी होती है तो उन्हें नियमित तौर पर अपने भोजन में प्याज का उपयोग करना चाहिए। प्याज का उपयोग वसायुक्त भोजन के साथ करने से खून में थक्के को जमने से रोकने का गुण होता है।
मछली का तेल
मछली का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभकारी होता है। मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड ईपीए और डीएचए होता है जो खून को पतला करने में मदद करते हैं। ईपीए और डीएचए ब्लड शरीर में ब्लड क्लॉट बनने से रोकने में मदद करते हैं। आप मछली को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं या मछली के तेल का कैप्सूल भी ले सकते हैं।
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