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कमर के साइड की चर्बी कम करते हैं ये योगासन, 15 दिनों में दिखता है फर्क

Gulabi Jagat
9 Sep 2023 7:11 AM GMT
कमर के साइड की चर्बी कम करते हैं ये योगासन, 15 दिनों में दिखता है फर्क
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15 दिनों में दिखता है फर्क
पुरुषों को गठीली बाजुएं पसंद होती हैं और महिलाओं को पतली कमर। ऐसा इसलिए क्‍योंकि ऑवरग्लास फिगर महिलाओं को आकर्षक लगती है और वे इसके लिए लगातार प्रयास करती रहती हैं।
अगर आप भी कमर की लटकती चर्बी के कारण क्रॉप टॉप या नाभि के नीचे साड़ी नहीं पहन पाती हैं, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। आज हम आपको कुछ जबरदस्‍त योगासन के बारे में बता रहे हैं, जिसे आप आसानी से घर पर करके कमर के साइड में लटकती चर्बी को 15 दिनों में कम कर सकते हैं। इनके बारे में हमें अक्षर योग केंद्र के संस्‍थापक, योग और आध्यात्मिक गुरु हिमालय सिद्ध अक्षर दे रहे हैं।
एक्‍सपर्ट की राय, ''कमर के आस-पास मौजूद चर्बी से न सिर्फ आपकी पर्सनैलिटी खराब होती है, बल्कि डायबिटीज, दिल के रोगों, तनाव और मोटापे जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। साथ ही, ज्‍यादा वजन से व्यक्ति को भारीपन और सुस्ती महसूस होती है, जिससे उसकी रोजाना की एक्टिविटी स्‍लो हो जाती है। इसके अलावा, चाहे पुरुषों के लिए हो या महिलाओं के लिए, मनोवैज्ञानिक रूप से यह माना जाता है कि एक सुडौल और फिट शरीर आत्मविश्वास को काफी हद तक बढ़ा सकता है।''
अधोमुख श्वानासन
इसे करने के लिए हाथों और पैरों के बल आ जाएं।
ऐसा करते हुए हथेलिशं कंधों के नीचे और घुटने हिप्‍स के नीचे होने चाहिए।
फिर हिप्‍स को ऊपर उठाएं।
घुटनों और कोहनियों को सीधा करें और उलटे 'वी' शेप में आ जाएं।
हाथों को कंधे की चौड़ाई से दूर रखें।
उंगलियां आगे की ओर होनी चाहिए।
हथेलियों पर दबाव डालें और एड़ियों को फर्श पर धकेलने का प्रयास करें।
नजरें बड़े पैर की उंगलियों पर केंद्रित होनी चाहिए।
8 से 10 सांसों तक मुद्रा में रुकें।
सावधानी
इन समस्‍याओं से परेशान लोगों को योगासन करने से बचना चाहिए-
कार्पल टनल सिंड्रोम
दस्‍त
प्रेग्‍नेंसी का थर्ड ट्राइमेस्टर
हाई ब्‍लड प्रेशर
सिरदर्द
बाजुओं, हिप्‍स, कंधों और पीठ में लगी चोट
आंखों की कमजोर केशिकाएं
उर्ध्वमुख श्वानासन
जमीन पर पेट के बल लेट जाएं।
पैर नीचे की ओर होने चाहिए और बाजुएं शरीर के बगल में होनी चाहिए।
कोहनियों को धीरे से मोड़ें।
हथेलियों को कंधों के नीचे और पसलियों के करीब रखें।
सांस लें और हथेलियों को फर्श पर मजबूती से दबाएं।
धीरे से घुटनों, कूल्हों और सिर को चटाई से ऊपर उठाएं।
बाजुओं और कोहनियों को सीधा रखें।
ऊपर की ओर देखें।
इस बात का ध्‍यान रखें कि घुटने फर्श को न छुएं।
पैर की उंगलियों को अंदर की ओर मोड़कर उन पर दबाव डालें और उन्हें बाहर की ओर फैलाने से पहले फर्श पर दबाएं।
कुछ सेकंड के लिए इस आसन में बने रहें और सांस छोड़ें।
सावधानी
प्रेग्‍नेंसी और इन समस्‍याओं से परेशान लोगों को योगासन करने से बचना चाहिए-
कंधे में चोट
पीठ की चोट
कार्पल टनल सिंड्रोम
सिरदर्द
मार्जरीआसन
उर्ध्वमुखी मार्जरी आसन
घुटनों के बल बैठ जाएं, हथेलियों को कंधों और घुटनों को हिप्‍स के नीचे रखें।
सांस लें और ऊपर देखने के लिए रीढ़ की हड्डी को मोड़ें।
अधोमुखी मार्जरी आसन
सांस छोड़ें, रीढ़ को मोड़कर पीठ का आर्च बनाएं और गर्दन को नीचे की ओर लेकर जाएं।
ध्यान चेस्‍ट की ओर होना चाहिए।
ऊपर देखते हुए सांस लें और नीचे देखते हुए सांस छोड़ें।
ताड़ासन
पैर की अंगूठे और एड़ियों को एक साथ मिलाकर सीधी खड़ी हो जाएं।
पेट को अंदर खींचें और कंधों को नीचे रखें।
पैर की मसल्‍स को एक्टिव रूप से शामिल करते हुए 5-8 सांसें लें।
धीरे से सांस लें और छोड़ें।
किसी एक पर झुके बिना शरीर के वजन को दोनों पैरों पर समान रूप से बैलेंस करने की कोशिश करें।
अर्ध पद्मासन
सुखासन से शुरुआत करें।
दाएं पैर को ऊपर की ओर देखते हुए बाईं जांघ पर रखें।
घुटनों को फर्श पर धकेलें।
पीठ सीधी करें और हाथों से सिद्ध मुद्रा बनाएं।
इस आसन को कुछ देर तक रुकें।
दूसरी तरफ भी यही दोहराएं।
सावधानी
जो लोग साइटिका और गठिया से पीड़ित हैं, उन्हें इस आसन को करने से बचना चाहिए।
यदि किसी के घुटनों या टखनों में चोट लगी है, तो उन्हें सावधान रहना चाहिए।
योगासन को करते समय सांसों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए सांसों पर ध्‍यान देना जरूरी होता है। इसके अलावा, चर्बी को कम करने के लिए सूर्य या चंद्र नमस्‍कार भी कर सकती हैं। ये पूरे शरीर के वर्कआउट हैं, जो शरीर को मजबूत, टोन और लचीला बनाते हैं।
आप भी इन योगासनों को करके कमर के साइड में लटकती जिद्दी चर्बी को कम कर सकती हैं। अगर आपको भी योग से जुड़ी जानकारी चाहिए, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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