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फर्टिलिटी के लिए रामबाण हैं ये जड़ी बूटियां

Tara Tandi
27 Aug 2022 11:36 AM GMT
फर्टिलिटी के लिए रामबाण हैं ये जड़ी बूटियां
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फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं इन दिनों काफी कॉमन हैं। इस समस्या की वजह खराब लाइफस्टाइल भी हो सकती है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं इन दिनों काफी कॉमन हैं। इस समस्या की वजह खराब लाइफस्टाइल भी हो सकती है। अगर आप मां या बाप बनना चाहते हैं और फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे हैं तो आपको अपनी डायट में कुछ जड़ी बूटियों को शामिल करना चाहिए। यहां कुछ जड़ी बूटियों के नाम दिए गए हैं, जिन्हें आप भी रोजाना की डायट में शामिल कर सकते हैं।

फर्टिलिटी के लिए जड़ी बूटियां
1) लाल लौंग- लाल लौंग को पौष्टिक जड़ी बूटी के रूप में जाना जाता है, ये विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन सी, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और अन्य आवश्यक मिनरल्स में समृद्ध है। ये ब्लड को प्यूरिफाई करने में भी मदद करता है। इसी के साथ ये ब्लड फ्लो को बढ़ाने और एस्ट्रोजन लेवल को बूस्ट करने में मदद कर सकता है। कैल्शियम, मैग्नीशियम और दूसरे मिनरल्स की उपस्थिति शरीर की मांसपेशियों के काम को इष्टतम रखने में मदद करती है, और महिला यूटर्स हेल्थ के लिए फायदेमंद है।
2) दालचीनी- प्रेगनेंसी की संभावना को बढ़ाने में मदद करने के लिए भी आप दालचीनी खा सकते हैं। पीसीओएस, फर्टिलिटी के प्रमुख कारणों में से एक है, ऐसे में दालचीनी के सेवन से इसका मुकाबला किया जा सकता है। दालचीनी महिला प्रजनन क्षमता को प्रभावित करने वाले अन्य कारकों जैसे अनियमित पीरियड्स, गर्भाशय में फाइब्रॉएड या एंडोमेट्रियोसिस के इलाज में भी मदद कर सकती है। इसके अलावा, यह बैक्टीरिया से संबंधित संक्रमणों के इलाज में भी मदद करता है। इसे रोजाना गर्म पानी के साथ पीने की सलाह दी जाती है। हालांकि, इसकी ज्यादा मात्रा नुकसानदायक हो सकती है।
3) अश्वगंधा - यह आसानी से मिलने वाली भारतीय जड़ी बूटी है, जिसे अंग्रेजी में विंटर चेरी या भारतीय जिनसेंग के नाम से भी जाना जाता है। इसमें काफी गुण होते हैं जो पुरुषों और महिलाओं दोनों में फर्टिलिटी का इलाज कर सकते हैं। यह एंडोक्राइन सिस्टम को सामान्य करने में मदद करता है और इम्यूनिटी सुधार के अलावा इसके फंक्शनिंग को भी बढ़ाता है।
4) बिच्छू बूटी - यूटरस की खराबी को ठीक करने और फर्टिलिटी में सुधार के लिए इस जड़ी बूटी को जाना जाता है।जब आप कंसीव करने की कोशिश कर रही होती हैं तब ये जड़ी बूटी फायदेमंद होती है। यह गर्भ के अंदर भ्रूण को बनाए रखने में मदद करता है, और मिसकैरेज को रोकने में मदद करता है। स्टिंगिंग बिछुआ का सेवन केवल चाय के रूप में ही किया जा सकता है और इसलिए यह सलाह दी जाती है कि कंसीव करने की कोशिश करने महिलाओं को रोजाना इससे बनी 2-3 कप चाय पीनी चाहिए।
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