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रोजाना एक घंटे योग से तीन माह के भीतर शरीर में देखे गए ये प्रभाव
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | योग के दैनिक अभ्यास की आदत को स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने संपूर्ण शरीर के लिए लाभकारी पाया है। यह न सिर्फ आपके मन को शांत और बेहतर तरीके से काम करने में मदद करने वाला अभ्यास है, साथ ही इसके कई प्रकार के शारीरिक स्वास्थ्य लाभ भी देखे गए हैं। शोधकर्ताओं ने अध्ययनों के आधार पर कहा है कि सभी लोगों को दिनचर्या में योगासनों के अभ्यास को जरूर शामिल करना चाहिए, सिर्फ यह एक आदत ही आपके जीवन की गुणवत्ता को काफी बेहतर करने में सहायक हो सकती है।
हल्के स्तर के व्यायाम, श्वास और ध्यान के उपाय आपको खुशी देने और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने फायदेमंद हो सकते हैं। यदि आप 3 महीने तक सप्ताह में कम से कम तीन बार दिन में एक घंटे योग के अभ्यास की आदत बना लेते हैं तो यह रक्तचाप, हृदय गति और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं को कम करने के लिए पर्याप्त हो सकता है।योग के अभ्यास में एक निश्चित पैटर्न में सांस लेने के अभ्यास भी शामिल होते हैं जो रक्तचाप को नियंत्रित करने के साथ-साथ तनाव को दूर कर सकता है। यह आपके दिल की कार्यप्रणाली को भी स्वस्थ रखने में सहायक है। योग आपके मन और शरीर पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ता है। यह रक्तचाप को कम करने का एक प्रभावी तरीका है, अगर आपका ब्लड प्रेशर अक्सर बढ़ा रहता है तो योग को दिनचर्या में शामिल करके लाभ पा सकते हैं।
रक्त शर्करा को कम करने में मदद करने में योग के बेहतर परिणाम देखे गए हैं। यह रक्त परिसंचरण को भी बढ़ावा देता है और तनाव से राहत देता है, जो मधुमेह के रोगियों के लिए प्रमुख समस्याकारक रहे हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग नियमित रूप से योगासनों का अभ्यास करते हैं, उनमें डायबिटीज विकसित होने या इसके जटिलताओं के बढ़ने का खतरा कम होता है। तीन महीने में आप योग के माध्यम से ब्लड शुगर में विशेष सुधार कर सकते हैं।
विभिन्न प्रकार के गठिया वाले लोग जो नियमित रूप से योग का अभ्यास करते हैं, उनमें जोड़ों के दर्द की समस्या कम हो सकती है। जोड़ों के लचीलेपन और कार्य में सुधार करने और रक्त के संचार को बढ़ावा देने में योग को काफी कारगर पाया गया है। ये मांसपेशियों की शक्ति में सुधार करने के साथ जोड़ों पर पड़ रहे अतिरिक्त दबाव को कम करने में भी मदद कर सकता है।
योग हमारे शरीर में तनाव हार्मोन को कम करने के साथ-साथ एंडोर्फिन और जीएबीए (गामा-एमिनोब्यूट्रिक एसिड) जैसे लाभकारी मस्तिष्क रसायनों को बढ़ाता है। ये फील-गुड केमिकल्स चिंता को कम करने और मूड को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। डिप्रेशन के शिकार लोगों को नियमित योग के अभ्यास से लाभ मिल सकता है। मन के शांत रहने से शारीरिक स्वास्थ्य में भी विशेष लाभ मिलता है।