लाइफ स्टाइल

Life Style : इन वजहों से होती है बच्चों में सेरिब्रल पाल्सी समस्या

Manisha Baghel
20 Jun 2024 6:20 AM GMT
Life Style : इन वजहों से होती है बच्चों में सेरिब्रल पाल्सी समस्या
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Life Style : सेरिब्रल पाल्सी (cerebral palsy) बच्चों में होने वाली सबसे आम मोटर डिसएबिलिटी है। यह एक जटिल न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें ब्रेन के किसी हिस्से में विकास की कमी या असामान्य विकास होने के कारण सेरिब्रल पाल्सी की समस्या उत्पन्न होती है। बच्चे के मूवमेंट और पोश्चर के सही विकास से संबंधित समस्याओं और डिसऑर्डर के एक ग्रुप को सेरिब्रल पाल्सी कह सकते हैं। सेरिब्रल पाल्सी के कारण
ये शारीरिक गतिविधियों
Physical activities
को सीमित करते हैं और मांसपेशियों में अपर्याप्त विकास की समस्या पैदा करते हैं। बच्चों में सेरिब्रल पाल्सी कई कारणों से हो सकता है, जैसे-
जन्म के दौरान या उसके पहले ही ब्रेन डैमेज
जन्म के दौरान ऑक्सीजन Oxygenकी कमी
प्रेग्नेंसी में दौरान इन्फेक्शन
बचपन में सिर पर चोट या किसी प्रकार का इन्फेक्शन infection होना सेरिब्रल पाल्सी का इलाज
बच्चों में इसके इलाज के लिए कई प्रकार की थेरेपी और पीडियाट्रिक सर्विस दी जाती हैं, जिसमें निम्न शामिल हैं-
फिजिकल थेरेपी- बच्चे की मांसपेशियों Muscles में ताकत बढ़ाने के लिए फिजिकल थेरेपी करते हैं। सेरिब्रल पाल्सी के जरूरतों के अनुसार उसकी थेरेपी बच्चे के लिए डिजाइन की जाती है।
ऑक्यूपेशनल Occupationalथेरेपी- मांसपेशियों और जोड़ों के समन्वय स्थापित करने के लिए ये थेरेपी की जाती है, जिससे बच्चा रोज की गतिविधियां और दिनचर्या जैसे ब्रश करना, खाना, नहाना आदि सही ढंग से कर सके।
स्पीच थेरेपी
speech therapy
- सेरिब्रल पाल्सी से पीड़ित कुछ बच्चे अपने चेहरे, गर्दन और सिर की मांसपेशियों को कंट्रोल करने में दिक्कत होती है। इससे बोलने में, चबाने में और निगलने में समस्या होती है। ऐसे में इस थेरेपी में बोलने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं, जिससे ओरल मोटर स्किल डेवलप हो और भाषा और बोलने पर उनकी पकड़ मजबूत हो।
इसके अलावा लक्षणों को ठीक करने के लिए दवाइयां दी जाती हैं और साथ ही सर्जरी या स्टेम सेल ट्रीटमेंट का सहारा भी लिया जाता है। यहां ये समझना जरूरी है कि सेरिब्रल पाल्सी का 100% इलाज होना संभव नहीं है और ये जिंदगी भर साथ रहता है, लेकिन अच्छी बात ये है कि ये कोई प्रोग्रेसिव बीमारी नहीं है, जो प्रतिदिन बढ़ते जाएगी। सही थेरेपी की मदद से इसके लक्षणों से राहत मिल सकती है।
सेरिब्रल पाल्सी (cerebral palsy) बच्चों में होने वाली सबसे आम मोटर डिसएबिलिटी है। यह एक जटिल न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें ब्रेन के किसी हिस्से में विकास की कमी या असामान्य विकास होने के कारण सेरिब्रल पाल्सी की समस्या उत्पन्न होती है। बच्चे के मूवमेंट और पोश्चर के सही विकास से संबंधित समस्याओं और डिसऑर्डर के एक ग्रुप को सेरिब्रल पाल्सी कह सकते हैं। सेरिब्रल पाल्सी के कारण
ये शारीरिक physical
गतिविधियों को सीमित करते हैं और मांसपेशियों Muscles में अपर्याप्त विकास की समस्या पैदा करते हैं। बच्चों में सेरिब्रल पाल्सी कई कारणों से हो सकता है, जैसे-
जन्म के दौरान या उसके पहले ही ब्रेन डैमेज
जन्म के दौरान ऑक्सीजन की कमी
प्रेग्नेंसी में दौरान इन्फेक्शन infection
बचपन में सिर पर चोट या किसी प्रकार का इन्फेक्शन होना सेरिब्रल पाल्सी का इलाज
बच्चों में इसके इलाज के लिए कई प्रकार की थेरेपी और पीडियाट्रिक सर्विस दी जाती हैं, जिसमें निम्न शामिल हैं-
फिजिकल थेरेपी Physical Therapy- बच्चे की मांसपेशियों में ताकत बढ़ाने के लिए फिजिकल थेरेपी करते हैं। सेरिब्रल पाल्सी के जरूरतों के अनुसार उसकी थेरेपी बच्चे के लिए डिजाइन की जाती है।
ऑक्यूपेशनल थेरेपी- मांसपेशियों और जोड़ों के समन्वय स्थापित करने के लिए ये थेरेपी की जाती है, जिससे बच्चा रोज की गतिविधियां और दिनचर्या जैसे ब्रश करना, खाना, नहाना आदि सही ढंग से कर सके।
स्पीच थेरेपी- सेरिब्रल पाल्सी
cerebral palsy
से पीड़ित कुछ बच्चे अपने चेहरे, गर्दन और सिर की मांसपेशियों को कंट्रोल करने में दिक्कत होती है। इससे बोलने में, चबाने में और निगलने में समस्या होती है। ऐसे में इस थेरेपी में बोलने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं, जिससे ओरल मोटर स्किल डेवलप हो और भाषा और बोलने पर उनकी पकड़ मजबूत हो।
इसके अलावा लक्षणों Symptoms को ठीक करने के लिए दवाइयां दी जाती हैं और साथ ही सर्जरी या स्टेम सेल ट्रीटमेंट
stem cell treatment
का सहारा भी लिया जाता है। यहां ये समझना जरूरी है कि सेरिब्रल पाल्सी का 100% इलाज होना संभव नहीं है और ये जिंदगी भर साथ रहता है, लेकिन अच्छी बात ये है कि ये कोई प्रोग्रेसिव बीमारी नहीं है, जो प्रतिदिन बढ़ते जाएगी। सही थेरेपी की मदद से इसके लक्षणों से राहत मिल सकती है।
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