लाइफ स्टाइल

भारत में जल्द आ सकता है कोरोना का तीसरा लहर, अभी तक की स्टडी से मिले ये संकेत

Khushboo Dhruw
30 Dec 2021 6:30 PM GMT
भारत में जल्द आ सकता है कोरोना का तीसरा लहर, अभी तक की स्टडी से मिले ये संकेत
x
कोरोना का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनिया के सामने एक नई मुसीबत बनकर खड़ा हो गया है. इसकी गंभीरता, ट्रांसमिशन रेट और लक्षणों को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं.

कोरोना का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनिया के सामने एक नई मुसीबत बनकर खड़ा हो गया है. इसकी गंभीरता, ट्रांसमिशन रेट और लक्षणों को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामले ओमिक्रॉन की वजह से हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि इसकी वजह से जल्द ही महामारी की तीसरी लहर आ सकती है.

नया साल दस्तक देने वाला है लेकिन उससे पहले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने आकर सभी योजनाओं को तहस-नहस कर दिया है. कई देशों में डेल्टा की जगह ओमिक्रॉन वैरिएंट पूरी तरह हावी (dominant variant) हो चुका है. ये देश महामारी की चौथी लहर (4th peak of the pandemic) देख रहे हैं. भारत में अब तक कोरोना की दूसरी लहर देखी गई है लेकिन बिहार और दिल्ली समेत कई राज्य कोरोना की तीसरी लहर आने की बात कह चुके हैं. भारत में ओमिक्रॉन के अब तक 961 मामले सामने आ चुके हैं. 29 दिसंबर को कोविड के मामलों में (Covid cases in india) 44% की उछाल दर्ज की गई है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना के तेजी से बढ़े ये मामले ओमिक्रॉन की वजह से हैं.
तीसरी लहर पर एक्सपर्ट्स का अनुमान- एक्सपर्ट्स और वैज्ञानिकों का अनुमान है कि भारत में बढ़े Covid-19 के मामलों की वजह से तीसरी लहर आने की संभावना है. हालांकि, इसका प्रभाव पहली और दूसरी लहर की तरह गंभीर नहीं होगा. जानकारों के मुताबिक, ये लहर बहुत कम समय तक रहेगी. 2022 की शुरुआत में कोरोना के मामले में उछाल आने का अनुमान है. तीसरी लहर पर अब तक एक्सपर्ट्स ने जो भी अंदाजा लगाया है उसमें से ये 4 बातें प्रमुख हैं.
> कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक ट्रैकर बनाया है जिसके अनुसार दिसंबर के अंतिम सप्ताह से नए संक्रमण के मामले बढ़ने लगेंगे.
> आईआईटी-कानपुर की एक स्टडी में बताया गया है कि भारत में महामारी की तीसरी लहर 3 फरवरी, 2022 तक पीक पर आ सकती है. इस भविष्यवाणी के अनुसार मामलों में वृद्धि, 15 दिसंबर तक शुरू होनी चाहिए थी.
> नेशनल कोविड -19 सुपरमॉडल कमेटी ने अनुमान लगाया है कि कोरोना की तीसरी लहर अगले साल की शुरुआत में पीक पर पहुंचने की उम्मीद है. कमेटी के सदस्यों ने कहा कि जैसे ही ओमिक्रॉन डेल्टा की जगह लेना शुरू कर देगा, वैसे ही हर दिन इसके मामले बढ़ने लगेंगे.
> ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहचान करने वाले दक्षिण अफ्रीकी डॉक्टर एंजेलिक कोएत्जी ने कहा है ओमिक्रॉन की वजह से भारत में कोविड के मामलों में वृद्धि होगी, लेकिन इसका संक्रमण हल्का होगा. कोएत्जी ने कहा कि इसकी पॉजिटिविटी रेट ज्यादा होगी लेकिन उम्मीद है कि इसके अधिकांश मामले उतने ही हल्के होंगे जितने हम यहां दक्षिण अफ्रीका में देख रहे हैं.
राज्यों में कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि राज्य में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है. कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए बिहार सरकार ने फैसला लिया है कि 31 दिसंबर से लेकर 2 जनवरी तक बिहार के सभी पार्क को और चिड़ियाघर बंद रहेंगे. यहां नए साल के जश्न पर भी कई तरह की पाबंदियां लगा दी गई हैं. वहीं महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स ने भी मुंबई में तीसरी लहर शुरू होने का ऐलान कर दिया है. टास्क फोर्स के सदस्य डॉ शशांक जोशी का कहना है कि चार दिन पर केस डबल हो रहे हैं. जो नए केस मिल रहे हैं, उनमें हल्के लक्षण हैं. संख्या बड़ी है लेकिन हम उससे निपट सकते हैं. नए मामलों के बढ़ने का कारण ओमिक्रॉन है. वहीं दिल्ली में पहले से ही येलो अलर्ट लागू हो चुका है.
दिल्ली में ये प्रतिबंध लागू- दिल्ली में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है जबकि दिल्ली मेट्रो, रेस्तरां, बार 50% क्षमता पर संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं सिनेमा हॉल, स्पा, जिम, मल्टीप्लेक्स, बैंक्वेट हॉल, ऑडिटोरियम और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स तत्काल प्रभाव से बंद कर दिये गए हैं. शादी और अंतिम संस्कार के लिए 20 लोगों की अनुमति दी गई है. 'येलो अलर्ट' के तहत सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और त्योहारी आयोजनों से जुड़े अन्य सभी प्रकार के जमावड़े पर रोक रहेगी.
दुनिया भर में क्या है स्थिति- अधिकांश देश ओमिक्रॉन की वजह से कोरोना की की चौथी लहर देख रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका ने इस लहर पर काबू पाना शुरू कर दिया है क्योंकि वहां ओमिक्रॉन के मामलों की संख्या अब घट रही है. US और UK में, ओमिक्रॉन ने डेल्टा की जगह प्रमुख स्ट्रेन का रूप ले लिया है. यहां मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि देखी जा रही है.


Next Story