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PCOD की समस्‍या में हो जाती है मोटापा की दिक्क्त, जानें वजह

Deepa Sahu
1 Nov 2023 8:08 AM GMT
PCOD की समस्‍या में हो जाती है मोटापा की दिक्क्त, जानें वजह
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नई दिल्ली : पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज (Polycystic Ovarian Disease) की समस्‍या पिछले कुछ समय में लड़कियों और महिलाओं में तेजी से बढ़ी है. इसका बड़ा कारण खराब लाइफस्‍टाइल है. इस समस्‍या को पीसीओएस (PCOS) के नाम से भी जाना जाता है. इसमें कई छोटी-छोटी गांठें ओवरी में हो जाती हैं, शरीर में हार्मोन का असंतुलन हो जाता है, जिसके कारण कई तरह की शारीरिक समस्‍याएं सामने आती हैं. इन समस्‍याओं में एक है मोटापा. पीसीओडी में वजन बढ़ना भी एक बड़ी परेशानी है और जैसे-जैसे वजन बढ़ता है, समस्‍याएं भी तेजी से बढ़ने लगती हैं. आइए नेचुरोपैथी विशेषज्ञ डॉ. रमाकान्‍त शर्मा से जानते हैं PCOD के लक्षण, मोटापा बढ़ने की वजह और इसे कम करने के तरीके.

इन कारणों से बढ़ता है वजन
पीसीओडी में ओवरवेट होने के कई कारण हैं. सबसे बड़ा कारण है हार्मोन का असंतुलन. इस बीमारी में महिलाओं के शरीर में Feminine Hormone एस्‍ट्रोजन और प्रोजेस्‍ट्रोन की कमी हो जाती है, जिसके कारण वजन बढ़ता है. इसके अलावा BMR धीरे-धीरे डल हो जाती है, जिसके कारण खाना ठीक से पच नहीं पाता. शरीर में थकान और आलस हावी होने लगता है. इसके कारण फिजिकल एक्टिविटीज, एक्‍सरसाइज वगैरह नहीं हो पाती, इसके कारण वजन तेजी से बढ़ता है.

PCOD के लक्षण
अनियमित पीरियड्स
थकान और आलस
शरीर या चेहरे पर बाल आना
पेल्विक पेन
वजन बढ़ जाना
मूड स्विंग
एकाग्रता में कमी

इन कारणों से वजन घटाना होता मुश्किल
पीसीओडी के मरीजों की एक समस्‍या ये भी है कि इसमें बढ़े हुए वजन को घटाने के लिए सामान्‍य लोगों की तुलना में कहीं ज्‍यादा मेहनत करनी पड़ती है. इसका बड़ा कारण हार्मोनल असंतुलन है. जब तक ओवेरियन हार्मोन ठीक से निकलेंगे नहीं, तब तक वजन कम करना भी एक चुनौती की तरह होता है. हालांकि ऐसा नहीं है कि आप वजन को घटा नहीं सकते. इसके लिए आपको लगातार एक्‍सरसाइज करते रहना होगा. सामान्‍य शब्‍दों में समझें तो जितनी एक्‍सरसाइज सामान्‍य व्‍यक्ति करता है, उससे थोड़ी ज्‍यादा पीसीओडी के मरीज को करनी पड़ सकती है.

कैसे कम होगा वजन
PCOD में वॉक करना काफी फायदेमंद है. अगर आप करीब 50 मिनट में 5 किमी की दूरी कवर करती हैं, तो आपको जल्‍दी ही अच्‍छे रिजल्‍ट्स मिलने शुरू हो जाएंगे.
वॉक के बाद आप 5 मिनट अनुलोम-विलोम करें, 5 मिनट डीप ब्रीदिंग एक्‍सरसाइज और 5 मिनट कपालभाति प्राणायाम करें.
योगासन की बात करें तो वक्रासन, अर्द्ध मत्स्येन्द्रासन, मंडूकासन, त्रिकोणासन, पवनमुक्‍तासन, भुजंगासन कर सकते हैं.
जीरा, अजवाइन और सौंफ को रात को पानी में भिगोएं. व्‍यायाम करने के करीब 20 मिनट बाद इसके पानी को छानकर पी लें. काफी आराम मिलेगा.
नाश्‍ते में केवल फ्रूट्स खाएं, लंच के 40 मिनट पहले सलाद खाएं. लंच में सब्‍जी ज्‍यादा खाएं और मोटे अनाज की रोटी खाएं. शाम को सूप या सलाद लें. हल्‍का सुपाच्‍य डिनर 6 से 7 बजे के आसपास कर लें.
रात को सोने से पहले हरसिंगार के पत्‍तों का काढ़ा लें, ये पीसीओडी के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है. हरसिंगार के काढ़े की जगह आप चाहें तो आधा चम्‍मच शतावरी और एक चौथाई चम्‍मच अश्‍वगंधा को एक कप गुनगुने पानी के साथ लें, ये भी काफी काम करेगा.

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