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डेंगू-मलेरिया के जोखिम को कम करने और स्वास्थ्य के बेहतर बनाए रखने के इन बातों का रखें विशेष ध्यान

Tara Tandi
8 July 2022 9:33 AM GMT
डेंगू-मलेरिया के जोखिम को कम करने और स्वास्थ्य के बेहतर बनाए रखने के इन बातों का रखें विशेष ध्यान
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मानसून के इस मौसम में कई तरह की बीमारियों का जोखिम काफी बढ़ जाता है। यह मौसम, मच्छर जनित रोगों के जोखिम के लिए भी जाना जाता है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मानसून के इस मौसम में कई तरह की बीमारियों का जोखिम काफी बढ़ जाता है। यह मौसम, मच्छर जनित रोगों के जोखिम के लिए भी जाना जाता है। विशेषज्ञ कहते हैं, मानसून का यह मौसम मच्छरों के प्रजनन के लिए काफी अनुकूल होता है जिसके कारण डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इन बीमारियों का अगर समय रहते इलाज न हो पाए तो इसके कारण मृत्यु का खतरा भी हो सकता है। यही कारण है कि सभी लोगों को मच्छर जनित इन बीमारियों से बचाव को लेकर विशेष सावधानी बरतते रहने की सलाह दी जाती है।

विशेषज्ञ कहते हैं, मानसून के इस मौसम में कुछ सावधानियों को ध्यान में रखकर डेंगू और चिकनगुनिया जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। इसके लिए सबसे आवश्यक है मच्छरों के प्रजनन को रोकना। वहीं जिन लोगों में इस तरह की समस्याएं हो जाती हैं, उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करके इसका इलाज कराना चाहिए। आइए जानते हैं कि डेंगू-मलेरिया के जोखिम को कम करने और स्वास्थ्य के बेहतर बनाए रखने के लिए इस मौसम में किन बातों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए?
मच्छरों से बचाव वाले उपाय करें
डेंगू-चिकनगुनिया जैसी मच्छरों के कारण होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए स्वयं से सुरक्षात्मक उपाय करते रहना सबसे आवश्यक माना जाता है। इसके लिए आप मच्छर भगाने वाली क्रीम या फिर सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग कर सकते हैं। इन उपायों को प्रयोग में लाकर आप मच्छर काटने से बचाव कर सकते हैं। मच्छरदानी के प्रयोग को विशेषज्ञ सबसे प्रभावी उपाय के तौर पर मानते हैं।
मच्छरों को पनपने से रोकने के उपाय करें
रुका हुआ पानी, मच्छरों के प्रजनन के लिए सबसे उपयुक्त होता है, ऐसे में पानी के जमाव को होने से बचाएं। फूलों के बर्तनों, पालतू जानवरों के पानी के कटोरे,सेप्टिक टैंक या फिर कूलर के पानी को समय-समय पर बदलते रहें। ध्यान रहे, मच्छर हमेशा साफ और रुके हुए पानी में ही पनपते हैं, ऐसे में जल जमाव को रोकें। डेंगू-चिकनगुनिया से बचाव के लिए यह उपाय प्रभावी हो सकते हैं।
पूरी आस्तीन के कपड़े पहने
मच्छरों के काटने से बचने के लिए पूरी आस्तीन वाले पैंट-शर्ट पहनें। आपकी त्वचा जितनी कम खुली होगी, मच्छरों के काटने से उतना ही अधिक बचाव किया जा सकेगा। विशेषज्ञ मच्छरों से बचाव के लिए हल्के रंग के कपड़े पहनने की भी सलाह देते हैं। जिन स्थानों पर डेंगू-चिकनगुनिया का प्रकोप अधिक हो वहां पर जाने से बचें। मच्छरों के काटने से बचाव के उपाय करते रहना बहुत आवश्यक है।
लक्षणों को पहचानें
गंभीर बीमारी से बचे रहने के लिए डेंगू-चिकनगुनिया के लक्षणों को पहचानना और समय पर इसका इलाज किया जाना आवश्यक माना जाता है। वयस्कों में, लक्षण आमतौर पर मच्छर काटने के 4-5 दिन बाद शुरू होते हैं। डेंगू के लक्षण तेज बुखार, सिरदर्द, मतली, उल्टी या त्वचा पर दाने के रूप में होते हैं। कई लोगों में एक या दो सप्ताह में बुखार ठीक हो जाता है, हालांकि जिनकी इम्युनिटी कमजोर है उनमें इसके गंभीर रोग के विकसित होने का जोखिम हो सकता है।
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