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दोपहर में सोना सेहत पर हो सकता है नुकसान, जाने इसके गंभीर परिणाम
जनता से रिश्ता बेवङेस्क | दोपहर के समय ज्यादातर लोगों को सोना पसंद होता है. खाना खाने के बाद फुरसती की प्यारी सी नींद हर किसी को पसंद होती है. खासकर महिलाएं पूरा दिन काम करने के बाद दोपहर के समय सो जाती है. साइंस ही नहीं हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि दोपहर को सोने से जीवन में वात दोष लगता है. इसलिए इस समय सोना नहीं चाहिए. शास्त्रों में कहा गया है कि ऊर्जा देने वाले सूर्य जागते हैं तो ऐसी स्थिति में हमारा सोना सही नहीं है.
वहीं हेल्थ एक्सपर्टस का कहना है कि दोपहर को सोने की वजह से खाना अच्छी तरह से पचता नहीं है. जिसकी वजह से आपको कब्ज, गैस और अपच की समस्या हो सकती है. इसके अलावा मोटापा और डायबिटीज का खतरा बढ़ता है.
यूनिवर्सिटी ऑफ टोक्यो ने अपने स्टडी में कहा कि एक घंटे से ज्यादा सोने वाले लोगों में टाइप -2 डायबिटीज का खतरा 45 फीसदी तक बढ़ जाता है. शोध में पाया गया कि 60 मिनट से ज्यादा सोना सेहत के लिए नुकसानदायक है. हालांकि 40 मिनट से कम समय तक सोने वाले लोगों में डायबिटीज का खतरा नहीं होता है.
वर्कआउट और नींद
शोधकर्ताओं का कहना है कि वर्कआउट के तुरंत बाद नहीं सोना चाहिए. एक्सरसाइज करने के 2 घंटे बाद ही सोएं.
दोपहर में सोने से बचना चाहिए
अगर आपको नींद नहीं आते है तो दिन में सोने से बचना चाहिए. विशेषज्ञों का मानना है कि 50 फीसदी लोगों को दिन में सोने का फायदा नहीं होता है. इन लोगों में सरकेडियन रिदम होता है. शरीर में मौजूद सरकेडियन रिदम बताती है कि कब सोना है, कब जागता है. इससे पता चलता है कि आपको नींद की जरूरत है या नहीं. अगर आप बहुत थके हुए तो नींद ले सकते हैं.