- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- दिल्ली में फिर से बढ़ी...
दिल्ली में फिर से बढ़ी प्रदूषण की समस्या, जो फेफड़ों पर करते हैं हमला, ऐसे में रखें अपने खान-पान का ध्यान, डाइट में शामिल करें ये चीजें
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देश की राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में एक बार फिर प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रही है. पिछले कुछ दिनों में दिल्ली की हवा बद से बदतर होती गई है और AQI लगातार 400 के ऊपर बना हुआ है. दिल्ली में कोरोना वायरस के साथ-साथ लोगों को वायु प्रदूषण का भी सामना करना पड़ रहा है. कोरोना और प्रदूषण दोनों ही फेफड़ों पर हमला करते हैं, ऐसे में आपको अपने खान-पान का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. आप अपनी डाइट में कुछ ऐसी चीजें शामिल कर सकते हैं जो शरीर को प्रदूषण के बुरे असर से बचा सकती हैं. चलिए जानते हैं ऐसी ही चीजों के बारे में.
गुड़- वायु प्रदूषण से बचने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी और फायदेमंद है गुड़. जी हां, अपनी डाइट में गुड़ को शामिल करके आप प्रदूषण या स्मॉग से होने वाली परेशानियों से बच सकते हैं, क्योंकि गुड़ में एंटी एलर्जिक गुण शामिल होते हैं, जिस वजह से ये अस्थमा रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है.
गुड़ में आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है. आयरन खून में हीमोग्लोबिन का लेवल सामान्य करता है. जिस वजह से खून में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ जाता है. यह बात कई स्टडीज में भी साबित हो चुकी है कि हर दिन गुड़ खाने से हवा में फैले प्रदूषण का सेहत पर ज्यादा असर नहीं होता है. इसलिए शायद हमारे बुजुर्ग हमेशा खाने के बाद गुड़ जरूर खाते हैं और साथ ही सबको गुड़ खाने की सलाह भी देते हैं. गुड़ खाने से शरीर को एनर्जी तो मिलती ही है, साथ ही यह खांसी-जुकाम जैसी परेशानियों को भी दूर करता है.
जैतून का तेल- जैतून के तेल में विटामिन ई पाया जाता है, जो फेफड़ों की समस्या को दूर कर इसके फंक्शन को बेहतर बनाता है. जैतून के तेल में पाया जाने वाला फैटी एसिड शरीर की सूजन को कम करता है. इसके अलावा, ये प्रदूषण के कारण होने वाली कार्डियोवस्कुलर हार्ट डिजीज समस्या से भी सुरक्षित रखता है.
अलसी- अलसी में भारी मात्रा में फाइटोइस्ट्रोजेन्स और ओमेगा 3 फैटी एसिड पाए जाते हैं. फाइटोइस्ट्रोजेन्स में एंटीऑक्सीडेंट प्रोपर्टीज मौजूद होती हैं, जो अस्थमा और प्रदूषण के कारण होने वाली एलर्जी से सुरक्षित रखती हैं. प्रदूषण से सुरक्षित रखने के लिए अलसी सबसे ज्यादा कारगर साबित होती है. इसलिए प्रदूषण के दुष्प्रभाव से बचना चाहते हैं तो रोजाना अलसी का सेवन जरूर करें.
हर्बल टी- वजन कम करने से लेकर सेहतमंद रहने तक हर्बल टी सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होती है. इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में मौजूद टॉक्सिंस को बाहर निकालने में अहम भूमिका निभाते हैं. इसके साथ ही यह प्रदूषण के कारण होने वाली एलर्जी से भी सुरक्षित रखती है. आप घर पर भी तुलसी, अदरक, और नींबू के रस की मदद से हर्बल टी बना सकते हैं.
टमाटर- प्रदूषण के प्रभाव से बचने के लिए अपनी डाइट में टमाटर जरूर शामिल करें. इसमें लाइकोपीन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो प्रदूषण के कारण होने वाली सांस संबंधी समस्या से सुरक्षित रखता है.
पानी- सांसों से शरीर में पहुंचे जहर को बाहर निकालने के लिए पानी बहुत जरूरी है. इसलिए पानी पीना नहीं भूलें. दिन में तकरीबन 4 लीटर तक पानी पीएं. घर से बाहर निकलते वक्त भी पानी पीएं. इससे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई सही बनी रहेगी और वातावरण में मौजूद जहरीली गैसें अगर ब्लड तक पहुंच भी जाएंगी तो कम नुकसान पहुंचाएंगी.
लहसुन- लहसुन में एंटीबायोटिक तत्व होते हैं, जो प्रदूषण से लड़ने की क्षमता बढ़ाते हैं. इसलिए लहसुन को भी अपनी डाइट में शामिल करें.