लाइफ स्टाइल

रात को सोते समय सिर के नीचे नहीं लगाना चाहिए तकिया

Kajal Dubey
16 July 2023 2:24 PM GMT
रात को सोते समय सिर के नीचे नहीं लगाना चाहिए तकिया
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रात में सोते समय लोगों को चाहिए एक आरामदायक बिस्तर और एक नर्म-मुलायम-सा तकिया जिसमें सिर धंसाकर गहरी नींद सो सकें। कुछ लोग सिरहाने तकिया लगना पसंद करते हैं और कुछ लोग नहीं। तो वहीं, कई लोगों को 2 या 3 तकिए की ज़रूरत पड़ती है। नर्म-नर्म रूई से भरे तकिया पर सोना भले ही आपको अधिक आरामदायक महसूस होता हो लेकिन, क्या आप जानते हैं कि तकिए पर सोने से आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। तकिया कई बीमारियों की वजह बनता है। सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लगता है, लेकिन यह सच है कि तकिया लगाकर सोने से हम कई बीमारियों को बढ़ावा देते हैं। आज हम अपने पाठकों को कुछ ऐसी समस्याओं या बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो तकिया लगाकर सोने के कारण होती हैं। साथ ही हम पाठकों को बिना तकिया लगाये सोने से होने वाले फायदों की जानकारी भी आलेख में दे रहे हैं।
बढ़ जाती है गर्दन की अकड़न
तकिया बहुत ऊंचा हो या सख्त तकिया इस्तेमाल करने से कंधों और गर्दन की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है जिससे गर्दन में दर्द और अकड़न की समस्या हो सकती हैं। गर्दन के मसल्स खिंच सकते हैं और सिर के पिछले हिस्से, पीठ और गर्दन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
स्पाइन से जुड़ी समस्याएं
ऊंचा तकिया लगाकर सोने से एक बड़ा नुकसान रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं भी हैं। तकिया लगाने से सोते समय शरीर का पॉस्चर बिगड़ जाता है और रीढ़ की हड्डी को क्षति पहुंच सकती है। इससे स्पाइन या रीढ़ की हड्डी का आकार बिगड़ सकता है और कई प्रकार की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं
जल्द आ सकता है बुढ़ापा
जो लोग अपना चेहरा तकिए में धंसाकर सोते हैं उनके चेहरे की त्वचा पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। दरअसल, तकिए के सम्पर्क में आने से चेहरे की त्वचा खिंचती है और उसपर प्रेशर पर भी पड़ता है। इससे चेहरे की त्वचा पर झुर्रियां, फाइन लाइंस जल्दी दिख सकती हैं जो कि बुढ़ापे की निशानियां मानी जाती हैं। इसी तरह स्किन इंफेक्शन्स का खतरा भी बढ़ता है।
होती हैं त्वचा सम्बन्धी समस्या
तकिये की खोल को रोज नहीं धोया जाता है, जिसके कारण इसके ऊपर गंदगी, तेल, धूल और कहीं आपके बालों में डैंड्रफ है तो वह भी झड़ कर लग जाता है। तेल लगने के कारण धूल और डैंड्रफ खोल से हटते नहीं हैं। यह सब आपके चेहरे की त्वचा के सम्पर्क में आते हैं, जिससे त्वचा सम्बन्धी समस्याएँ होने लगती हैं।
बिना तकिये लगाए सोने से होते हैं यह फायदे
कमर दर्द में होता है आराम
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि रोज रात को तकिया लगाकर सोने से आपकी रीढ़ की हड्डी धीरे-धीरे टेढ़ी होनी शुरू हो जाती है। जी हां, तकिया लगाकर सोने से रीढ़ की हड्डी के नैचुरल पोश्चर में गड़बड़ी होनी शुरू हो जाती है और कमर दर्द शुरू हो जाता है। इसलिए बिना तकिए के सोने से आपकी गर्दन और रीढ़ की हड्डी सही पोजीशन में होती है और दर्द नहीं होता है।
नहीं होते मुहांसे
जब आप तकिए पर सिर रखकर सोते हैं तो तकिए पर जमा गंदगी सीधे आपके चेहरे के संपर्क में आती है और आपके चेहरे पर मुंहासे होने लगते हैं। रात के वक्त कम-से-कम 7-8 घंटे ऐसा होता है, जो चेहरे पर मुहांसे का कारण बनता है। कहीं न कहीं तकिए पर मौजूद मुंह की लार, पसीना और धूल-मिट्टी बैक्टीरिया को बढ़ाने का काम करती है और चेहरे पर मुंहासे होने लगते हैं।
नहीं होता सिरदर्द
जब भी आप रात के वक्त तकिया लगाकर सोते हैं तो सिर में खून की आपूर्ति सही तरीके से नहीं हो पाती है, जिसकी वजह से ऑक्सीजन भी सही से नसों तक नहीं पहुंच पाती है। यही वजह है कि आप अगले दिन सुबह उठने के बाद सिर में हल्का-हल्का दर्द महसूस करते हैं। जब आप बगैर तकिए के सोते हैं तो सिर में खून की आपूर्ति सही तरीके से होती है और सिरदर्द की समस्या नहीं होती।
रहते हैं फ्रेश
हम सभी जानते हैं कि एक व्यक्ति को दिन में 8 घंटे की नींद लेना जरूरी होता है, जो उसे फ्रेश रखने में मदद करती है। लेकिन अच्छी नींद के लिए, जितना जरूरी अच्छा गद्दा होना है उतना ही जरूरी है अच्छा तकिया होना। जब आपका तकिया खराब या फिर मोटा-पतला होता है तो आपकी नींद में खलल पड़ता है और आपको अच्छी नींद नहीं आती है। ये समस्या आपके लिए कई बार मुश्किलें खड़ी कर सकती है।
तनाव से छुटकारा
अगर आपका तकिया अच्छा नहीं होगा तो आपको रात भर अच्छी नींद नहीं आएगी। बहुत से लोग नींद न पूरी होने की वजह से अगले दिन चिड़चिड़ापन और खुद को तनाव से घिरा हुआ पाते हैं। अगर आपका तकिया आपको आराम नहीं दे पा रहा है तो आप और ज्यादा तनाव ग्रस्त हो सकते हैं। इसलिए बिना तकिया के सोकर आप तनाव से छुटकारा पा सकते हैं।
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