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lifestyle लाइफस्टाइल: क्या आपने कभी सोचा है कि मछली आपको खा सकती है, पढऩे में तो अजीब सा लग रहा होगा, पर सच मानिये कि ऐसा भी होता है। कुछ लोग मछलियों को अपने शरीर का कुछ हिस्सा यानी की पैर खाने को दे देते हैं। घबराइये नहीं इसमें मछली पैर को नहीं बल्कि उसकी डेड स्किन को खाती है। जी हां, फिश पेडिक्योर एक ऐसी ही है जहां पर मछलियों का इस्तमाल पैरों से डेड स्किन को हटाने में किया जाता है। आम तौर पर पेडीक्योर में मृत त्वचा निकालने के लिए रेजर का प्रयोग किया जाता है, जबकि फिश पेडीक्योर में यह काम मछली करती है। इस प्राकृतिक पेडिक्योर Natural Pedicure के क्या-क्या फायदे हैं, इसके बारे में हम आपको बताएंगे । आज सौंदर्य मार्केट देश का सबसे फलता-फूलता मार्केट है। लोग खुद को सुंदर और साफ रखने के लिए पार्लर का रुख करते हैं। पार्लर में पहले केवल फेशिअल और वेक्स ही होते थे। लेकिन आजकल हाथ-पैरों को भी खूबसूरत बनाने का काम हो रहा है। जिनको मेडीक्योर और पेडीक्योर कहते हैं। पेडीक्योर पैरों को स्वस्थ व सुंदर रखने का पुराना तरीका है जो आजकल काफी चलन में आ गया है।
पेडीक्योर में भी फिश पेडीक्योर लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। क्योंकि इससे पैर सुंदर और स्वस्थ तो रहते ही हैं साथ ही पैरों का ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है।
— यह फुट पेडिक्योर पैरों से डेड स्किन हटा कर उनको चमकदार बनाता है। मछलियां पैर से बैक्टीरिया और डेड स्किन खा जाती हैं, जिससे पैरों की त्वचा पहले से काफी सुंदर हो जाती है।
—फिश पेडिक्योर काफी आरामदायक होता है। जब भी आप बहुत थक जाएं और अपने पैरों को आराम देना चाहें, तो तुरंत ही पास के फिश स्पा चले जाइये।
—जब पैरों को फिश टैंक में डाला जाता है और मछलियां उन पैरों पर अटैक करके त्वचा को खाना शुरु कर देती हैं तो मन को बहुत ही अच्छा महसूस होता है। यह सिर्फ इसलिए होता है क्योंकि उसी समय हमारे दिमाग से इंडोर्फिन नामक रसायन निकलने लगता है, जिससे हमें एक सुखद एहसास होता है।
—अगर आपके फिश टैंक में गर्रा रुफा नामक मछली पड़ी हुई है तो त्वचा को काफी लाभ होगा। यह मछली अपने मुंह से डिर्थनॉल नामक एंजाइम, लार के रुप में निकालती है जिससे नई कोशिकाएं पैदा होती हैं।
—फिश पेडिक्योर के फायदों में एक बड़ा फायदा यह भी है कि यह न केवल पैरों को मुलायम बनाता है, बल्कि खुजली और दाग-धब्बों को भी दूर करता है।
—इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक हो जाता है। इससे स्किन पर काफी फरक पड़ता है तथा पैर का रंग-रूप भी बेहतरीन हो जाता है।
— फिस पेडिक्योर में गर्रा रूफा नाम की मछली का इस्तमाल एक चिकित्सा उपचार के रुप में किया जाता है। यह सिरोसिस, मस्सा और कॉलयूसिस नामक पैरों की बीमारियों को दूर करती है!
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