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एक ऐसा योगाभ्यास जिससे पा सकते हैं मोटापे के साथ कब्ज, गैस और एसिडिटी से छुटकारा, फॉलो करे ये टिप्स

Nidhi Markaam
30 Jun 2021 3:19 AM GMT
एक ऐसा योगाभ्यास जिससे पा सकते हैं मोटापे के साथ कब्ज, गैस और एसिडिटी से छुटकारा, फॉलो करे ये टिप्स
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अगर आपको सुबह उठकर योगाभ्यास करने में बहुत आलस आता है लेकिन आपको कमर और उसके आसपास के हिस्सों के चर्बी भी कम करनी है तो आज हम आपको एक ऐसा सरल आसन बताने वाले हैं जिसका आपको रोजाना 20 दिनों तक अभ्यास करना है और फिर देखें इसके फायदे

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अगर आपको सुबह उठकर योगाभ्यास करने में बहुत आलस आता है लेकिन आपको कमर और उसके आसपास के हिस्सों के चर्बी भी कम करनी है तो आज हम आपको एक ऐसा सरल आसन बताने वाले हैं जिसका आपको रोजाना 20 दिनों तक अभ्यास करना है और फिर देखें इसके फायदे। इस आसन को करने से कम से कम एक घंटा पहने कुछ न खाएं और न ही आसन करने के एक घंटे बाद तक। आइए जानते हैं इस असरदार योग, उसके अन्य फायदों के साथ इसे करते वक्त बरती जाने वाली कुछ सावधानियों के बारे में भी।

मेरूवक्रासन
वक्रासन में 'वक्र' शब्द का मतलब होता टेढ़ा। इस आसन को करते वक्त रीढ़ टेढ़ी या मुड़ी हुई होती है, इसीलिए इसे मेरूवक्रान कहा जाता है। यह मेरुदण्ड मोड़कर किए जाने आसनों में से एक बहुत ही जरूरी और असरदार आसन है। इस तरह के जितने आसन हैं उसमें नाभि के आस-पास, अंदरूनी अंगों की अच्छे से मालिश हो जाती है। ये अग्नाश्य, गुर्दे, पेट, छोटी आंत, लीवर और पित्ताशय जैसे अंगों के काम करने की क्षमता को बेहतर बनाते हैं और इनसे संबंधित कई खतरनाक रोगों को भी दूर रखते हैं।
मेरूवक्रासन के फायदे
- डायबिटीज रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद आसन है। पैंक्रियास को एक्टिव करता है जिससे सही मात्रा में इंसुलिन बनने लगती है।
- कमर और पेट पर जमा फैट इस आसन के अभ्यास से कम होने लगता है।
- रीढ़ की हड्डी की जकड़न को दूर कर उसे लचीला बनाता है।
- कमर दर्द से निजात दिलाता है।
- कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं से निजात दिलाता है।
- बॉडी को एक्टिव बनाए रखता है।
बरती जाने वाली सावधानियां
- घुटने में दर्द की समस्या रहती है तो इस आसन का अभ्यास न करें।
- पीठ से जुड़ी किसी गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं तो भी इसे न करें।
- हॉर्निया, अल्सर या इस प्रकार का कोई रोग हो, तो उन्हें भी इस आसन को करना अवॉयड करना चाहिए।


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