- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- बड़े काम की लीची,...
x
इस चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी में अगर स्वादिष्ट, रसीला और सेहत भरा फल मिले, जो वज़न भी कंट्रोल करता हो तो, आपको थोड़ी ठंडक तो ज़रूर महसूस होगी. हम बात कर रहें हैं गर्मियों के रसगुल्ले लीची के बारे में जो अपने आप में पूरी औषधि है लेकिन है स्वादिष्ट वाली. लीची में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी, विटामिन ए और बी कॉम्प्लेक्स भरपूर मात्रा में होता है. इसमें उपस्थित पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फ़ॉस्फोरस, फ़ाइबर और आयरन जैसे मिनरल्स वज़न कम में कारगर साबित होते हैं.
अन्य मौसम की अपेक्षा गर्मियों के दौरान वज़न कम करना थोड़ा आसान होता है, और यह तब और भी मज़ेदार हो जाता है जब इसके साथ स्वादिष्ट फल मिल जाते हैं. लीची भी कुछ ऐसे ही काम करती है.
वज़न कम करने के लिए क्या खाएं और क्या नहीं खाएं के अलावा मीठे से पूरी तरह से परहेज़ करने के लिए कहा जाता है जो कि सही भी है लेकिन लीची की मिठास इसके विपरीत काम करती है. अगर आप वज़न घटाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं तो लीची की मिठास को डायट प्लान में शामिल कर सकते हैं.
लीची के प्रोसेस्ड प्रॉडक्ट्स के इस्तेमाल के बजाय मूल रूप में ही इसका सेवन करना अधिक फ़ायदेमंद होता है, ताकि इसके पोषक तत्वों का पूरी तरह से लाभ उठाया जा सके. मीठे के शौक़ीन लोग इसका स्वाद स्नैक्स और डिज़र्ट में ले सकते हैं.
लीची का स्वास्थ्य से कनेक्शन?
डायबिटीज़ के मरीज़ों को लीची खाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श कर लेना चाहिए. अगर आप रोज़ाना 10-12 लीची खाते हैं तो वह नुक़सानदेह नहीं सकती. हालांकि किसी भी चीज़ की अति नुकक़सानदेह होती है तो वही फ़ॉर्मूला यहां भी काम करता है. बहुत अधिक लीची के सेवन से खुजली, सूजन और सांस लेने में दिक़्क़त का सामना करना पड़ सकता है.
इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक
इम्यूनिटी सिस्टम को मज़बूत करने में बीटा कैरोटीन, राइबोफ़्लेविन, नियासिन और फ़ोलेट सहायक होते हैं, जो कि लीची में पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं.
वज़न कम करने में उपयोगी
वज़न कम करने के दौरान आपको ऐसे फल व खाद्य पदार्थों की ज़रूरत रहती है, जो आप के शरीर को डिटॉक्स करें. लीची इसमें आप की सहायता करती है. लीची में स्थित फ़ाइबर वज़न कंट्रोल करने में सहायक होता है. सुबह-सुबह लीची के सेवन से कुछ हद तक भूख पर भी कंट्रोल पाया जा सकता है. इसमें कैलोरी भी कम मात्रा में होती है.
डीहाइड्रेशन से बचाती है
लीची में पर्याप्त मात्रा में पानी होता है और गर्मियों के दौरान इसके सेवन से शरीर में पानी की कमी को पूरा किया जा सकता है. लीची की तासीर ठंडी होती है, जो शरीर को ठंडक पहुंचाने का काम भी करती है.
पाचन क्रिया में सहायक
लीची में भरपूर मात्रा में फ़ाइबर पाया जाता है, जो पाचन क्रिया में सहायक होता है. अच्छी पाचन प्रक्रिया के लिए फ़ाइबर एक आवश्यक एलिमेंट है, जो पाचन संबंधी समस्याओं से हमें बचाता है. वज़न कम करने के लिए हमारी पाचन प्रक्रिया का अहम रोल होता है.
ब्लड प्रेशर की समस्या में सहायक
लीची में पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है जबकि सोडियम की मात्रा कम होती है. यह दोनों ब्लड प्रेशर को संतुलित करने में मदद करते हैं. लीची खाने से बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के स्तर में भी सुधार होता है.
बच्चों के विकास में सहायक
बच्चों के शारीरिक विकास में कैल्शियम, फ़ॉस्फोरस और मैग्नीशियम की अहम भूमिका होती है और यह सारे मिनरल्स लीची में मौजूद होते हैं. इसके अलावा लीची हड्डियों की बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस रोकने में भी सहायक होती है.
कैंसर कोशिकाओं से लड़ने का गुण
रोज़ाना लीची के सेवन से कैंसर के सेल्स बढ़ नहीं पाते हैं और इसमें कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के भी गुण होते हैं.
गले के दर्द में फ़ायदेमंद
जब भी आपके गले में दर्द हो तो लीची का सेवन फ़ायदेमंद हो सकता है.
चेतावनी: ख़ाली पेट लीची खाने से बचें
अगर आपने शाम का खाना नहीं खाया है तो सुबह ख़ाली पेट लीची के सेवन से आपको बचना चाहिए. ख़ासकर बच्चों को इससे बचाना चाहिए. दरअस्ल, लीची में हाइपोग्लाइसिन ए और मिथिलीनसाइक्लोप्रोपाइलग्लाइसिन नामक तत्व होते हैं, जो ख़ाली पेट में ज़हर-सा काम करता है. बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में पिछले दो दशक से संदिग्ध बीमारी की चपेट में आने से सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई. भारत और अमेरिका के वैज्ञानिकों ने इस पर 3 साल का अध्ययन किया 2017 में अध्ययन से पता चला कि बच्चों की मौत ख़ाली पेट लीची खाने हुई थी. उन बच्चों में से ज़्यादातर ने शाम या रात में खाना नहीं खाया था और सुबह अधिक मात्रा में लीची खाई थी.
Next Story