लाइफ स्टाइल

Lifestyle: अपने पार्टनर से कभी न लगायें यह उम्मीदें

Admindelhi1
16 July 2024 2:00 AM GMT
Lifestyle: अपने पार्टनर से कभी न लगायें यह उम्मीदें
x
खुशहाल रिश्ते का हो सकता है दी एन्ड

लाइफस्टाइल: एक रिश्ता तभी तक कायम रह सकता है जब तक दोनों तरफ से एक दूसरे के लिए बराबर प्यार, ईमानदारी, सम्मान और विश्वास हो। रिश्ता चाहे पति-पत्नी का हो, प्रेमी-प्रेमिका का हो या परिवार, दोस्तों का, हर रिश्ते में एक-दूसरे से कुछ न कुछ उम्मीदें जरूर होती हैं। एक साथ हर कदम उठाने की, साथ देने की, एक दूसरे से सुख-दुख बांटने की उम्मीद होती है, लेकिन कई बार रिश्ते में हर मामले में एक से ज्यादा उम्मीदें दूसरे से रखना भी रिश्ते में दूरियां लाता है। इससे रिश्ते टूट जाते हैं। आइए जानते हैं ऐसी कौन सी 5 उम्मीदें हैं, जो आपके रिश्ते में दरार ला सकती हैं।

उम्मीदें जो एक खुशहाल रिश्ते को तोड़ सकती हैं

1 .जब आप अपने लाइफ पार्टनर से परफेक्ट होने की उम्मीद करने लगते हैं, तो इससे दूसरे शख्स को ठेस पहुंच सकती है। उन्हें ऐसा लग सकता है कि वे संपूर्ण नहीं हैं। उनमें कहीं न कहीं कोई दोष या कमी है। याद रखें, कोई भी पूर्ण नहीं है। ऐसी उम्मीद रखने से केवल निराशा और आक्रोश ही पैदा होगा। पूर्णता की अपेक्षा करने के बजाय अपने साथी से प्रेम करना सीखें। वे जैसे हैं उन्हें वैसे ही स्वीकार करें।

2. कुछ लोग ऐसे होते हैं जो हमेशा अपने पार्टनर के सही होने की उम्मीद करते हैं। छोटी सी गलती भी इन्हें बर्दाश्त नहीं होती। एक बात याद रखें कि गलतियां इंसान से ही होती हैं। ऐसे में सामने वाले को अपनी गलती सुधारने का मौका दें, एक ही बात पर कमेंट पास करते न रहें। कुछ लोग ऐसे होते हैं जो हर काम में खुद को सही साबित करने की कोशिश करते हैं। फिर भले ही उनसे कोई गलती हुई हो। जब रोज ऐसी बातें होने लगे तो रिश्ते में प्यार कम हो जाता है, कड़वाहट ज्यादा घुल जाती है।

3 एक रिसर्च के मुताबिक, जो कपल्स हर बात पर एक-दूसरे से सहमत होते हैं, उनके तलाक लेने की संभावना उन कपल्स की तुलना में ज्यादा होती है, जो ऐसा नहीं करते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब हम अपने पार्टनर से हमेशा सहमत रहने की उम्मीद करते हैं तो इसका मतलब यह होता है कि हम उनकी राय को उतना महत्व नहीं दे रहे हैं जितना अपनी राय को देते हैं। ऐसा करना किसी भी रिश्ते के लिए ठीक नहीं है। ऐसे में जब भी आपके बीच कोई बहस हो तो उन्हें अपनी बात से सहमत होने के लिए उकसाने की बजाय उनकी बातों को सुनने की कोशिश करें। इससे आप एक दूसरे के और भी करीब आ सकते हैं।

Next Story