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जनता से रिश्ता बेवङेस्क | आज की भागदौड़ भरी जिंदगी ऐसी हो गई है कि इंसान को कब कौन सी बीमारी लग जाए कहा नहीं जा सकता. बदलते समय में एक के बाद एक बीमारियों सामने आ रही हैं जो लोगों को डरा रही हैं. साल 2020 में कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था. इन्हीं भयंकर बीमारी में से एक है कैंसर. दुनिया कि सभी बीमारियों में कैंसर सबसे खतरनाक है. हर साल 4 फरवरी को पूरी दुनिया में विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है.
4 फरवरी साल 1933 को हुई शुरुआत
यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल, हर साल कैंसर दिवस मनाता है. इसका उद्देश्य लोगों में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को लेकर जागरुकता फैलाना है. चार फरवरी साल 1933 में इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई थी और इसके पीछे उद्देश्य रहता है कि लोगों को इस बीमारी और इससे बचने के तरीकों को लेकर जागरूक किया जा सके. इस दिन UICC ने कुछ अन्य प्रमुख कैंसर सोसाइटी के सपोर्ट, ट्रीटमेंट सेंटर, रिसर्च इंस्टीट्यूट और पेशेंट ग्रुप की हेल्प से इसका आयोजन किया गया.
इस साल की थीम है 'आई एम एंड आई विल'
विश्व कैंसर दिवस 2021 की थीम 'आई एम एंड आई विल' है. यह थीम साल 2019 से 2021 तक के लिए रखी गई है, जो इस साल भी कायम है. इस थीम का मतलब होता है कि हर किसी में क्षमता है कि वह कैंसर से लड़ सकता है.
जागरूक करने के लिए चलाए जाते हैं अभियान
विश्व कैंसर दिवस पर विभिन्न सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा कैंसर से बचाव के विभिन्न अभियान चलाए जाते हैं. विश्व भर में हर स्तर पर विभिन्न कैंप, लेक्चर और सेमीनार और वेबिनार आयोजित किए जाते हैं. इसका उद्देश्य आम लोगों को जागरूक करना होता है. आम जन को गंभीर और खतरनाक बीमारी के बारे बताया जाता है.
कई तरह के होते हैं कैंसर
आमतौर पर कैंसर कई तरह के होते हैं. कैंसर के प्रकार की बात करें तो ये 100 से ज्यादा होते हैं. लेकिन सबसे आम स्किन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, लंग कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, ब्लैडर कैंसर, मेलानोमा, लिम्फोमा, किडनी कैंसर हैं. रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्रमुख तीन प्रकार के कैंसर सर्वाधिक है. इसमें मुंह, बच्चेदानी और स्तन कैंसर प्रमुख हैं.
कैंसर के लक्षण
अधिक थकान
वजन का घटना
शरीर में गांठ बनना
कफ और सीने में दर्द
कूल्हे या पेट में दर्द
पीरियड्स में तकलीफ
कमजोरी
कैंसर के कारण
कैंसर के आम कारणों में धूम्रपान, तम्बाकू, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, खराब डाइट, एक्स-रे से निकली रेज़, सूरज से निकलने वाली यूवी रेज़, इंफेक्शन, फैमिली के जीन आदि होते हैं.
कैंसर की स्टेज
आमतौर पर कैंसर की चार मुख्य स्टेज होती हैं. पहली और दूसरी स्टेज में कैंसर का ट्यूमर छोटा होता है या कैंसर सीमित जगह पर होता है. इस स्टेज में कैंसर गहराई में नहीं फैलता. तीसरी स्टेज में कैंसर फैलने लगता है. ट्यूमर का आकार भी बढ़ सकता है या फिर कई ट्यूमर हो सकते हैं. शरीर के बाकी के अंगों में इसके फैलने की संभावना बढ़ जाती है. चौथी और आखिरी स्टेज में कैंसर अपने शुरुआती हिस्से से अन्य अंगों में फैल जाता है. जिसे मेटास्टेटिक कैंसर कहा जाता है.
लंबा चलता है इलाज
किसी को भी कैंसर की बीमारी होती है, उसका इलाज काफी लंबा चलता है. इसके लिए कई लोगों को तो विदेश तक जाना पड़ता है. बड़े-बड़े अस्पतालों की महंगी फीस देने के बाद भी कई लोग बच नहीं पाते. कई दवाओं से लेकर लंबा इलाज इस बीमारी में चलता है.
दुनिया में कैंसर तेजी से फैल रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक अकेले भारत की बात करें तो पिछले साल करीब 11 लाख लोगों को कैंसर का पता चला. इसमें से सात लाख से ज्यादा लोगों की मौत कैंसर से हो गई थी. विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2018 में करीब 11 लाख नए कैंसर मरीज़ पाए गए. वहीं पिछले पांच सालों में लगभग 5 लाख लोग कैंसर के कारण अपनी जान गंवा बैठे.