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जानिए एलोवेरा के ज्यादा इस्तेमाल से क्यों होते हैं साइड इफेक्ट, आखिर इसके इस्तेमाल से बॉडी में कौन-कौन से नुकसान सकता हैं

Nilmani Pal
6 Oct 2020 9:42 AM GMT
जानिए एलोवेरा के ज्यादा इस्तेमाल से क्यों होते हैं साइड इफेक्ट, आखिर इसके इस्तेमाल से बॉडी में कौन-कौन से नुकसान सकता हैं
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एलोवेरा के ज्यादा इस्तेमाल से बॉडी में पोटेशियम का लेवल भी बिगड़ सकता है और स्किन में कई तरह की परेशानियां पैदा हो सकती हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। औषधीय गुणों से भरपूर एलोवेरा के स्किन और सेहत दोनों के लिए बेशुमार फायदे हैं। एलोवेरा का इस्तेमाल कॉस्मेटिक और स्किन केयर प्रोडक्ट्स में बेहद किया जाता है। इसके स्किन, बालों को अनगिनत फायदे होते हैं। एलोवेरा खून की कमी को दूर करता है, और रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। जलने, कटने पर, अंदरूनी चोटों पर एलोवेरा अपने एंटी बैक्टिरिया और एंटी फंगल गुण के कारण घाव को जल्दी भरता है। यह रक्त में शुगर लेवेल को नियंत्रित रखता है। लेकिन आप जानते हैं कि इतने गुणकारी एलोवेरा का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं एलोवेरा के साइड इफेक्ट।


एलोवेरा से पेट की कई परेशानियां हो सकती हैं:

एलोवेरा की पत्तियों में लेटेक्स पाया जाता है, जिससे कुछ लोगों को एलर्जी होती हैं, जिसके कारण पेट की कई परेशानियां जैसे पेट में जलन, मरोड़ हो सकती हैं। इसके इस्तेमाल से बॉडी में पोटेशियम का लेवल भी बिगड़ सकता है।

स्किन में जलन भी दे सकता है एलोवेरा:

जिन लोगों को स्किन की एलर्जी होती है,ऐसे लोग अगर एलोवेरा का इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें स्किन में एलर्जी, आंखों का लाल होना, स्किन पर रैशेज और जलन की शिकायत हो सकती हैं।

ब्लड शुगर में आ सकती हैं कमी:

एलोवेरा जूस का अधिक सेवन करते हैं तो सावधान हो जाएं। एलोवेरा जूस में लेक्सेटिव प्रभाव पाए जाते हैं, जिसकी वजह से डायबिटीज के मरीजों में इलेक्ट्रोलाइट के असंतुलन की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। डायबिटीज के मरीज डॉक्टर की सलाह के बिना अपनी मर्जी से एलोवेरा जूस का धड़ल्ले से इस्तेमाल नहीं करें।


लिवर के लिए परेशानिया पैदा कर सकता है एलोवेरा:

एलोवेरा में पाए जाने वाला बायो-एक्टिव कंपाउंड लिवर की डिटॉक्स प्रक्रिया में दखल दे सकते हैं। अगर आपको लीवर में किसी भी तरह की परेशानी हैं तो आप बिना डॉक्टर की सलाह के एलोवेरा जूस का इस्तेमाल नहीं करें।

महिलाएं गर्भावस्था के दौरान एलोवेरा के इस्तेमाल से बचें:

महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान या फीडिंग कराने वाली महिलाएं एलोवेरा जूस के सेवन से बचे। एलोवेरा जूस में स्किन को सिकुड़ने के गुण पाए जाते हैं, गर्भावस्था के दौरान अगर महिलाएं इसका सेवन करेंगी तो बच्चे के जन्म के समय परेशानी हो सकती हैं।


दिल की धड़कनों को अनियमित कर सकता है एलोवेरा:

एलोवेरा जूस के सेवन से शरीर में पोटेशियम के लेवल में कमी आ सकती है। इसके इस्तेमाल से हार्ट बीट अनियमित हो सकती है। इतना ही नहीं शरीर में कमजोरी और थकान भी हो सकती हैं, इसलिए एलोवेरा का जूस नियामित रूप से इस्तेाल करें।

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