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डेंगू बीमारी को हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में शामिल करने के जानें क्या हैं फायदे?

Kunti Dhruw
28 Sep 2021 5:38 PM GMT
डेंगू बीमारी को हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में शामिल करने के जानें क्या हैं फायदे?
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डेंगू बीमारी ऐसी बीमारी है.

डेंगू बीमारी ऐसी बीमारी है, जिसका खतरा वैसे तो पूरे साल रहता है, लेकिन बरसात के मौसम में यह प्रचंड रूप धारण कर लेती है। यह बीमारी एडीज प्रजाति के मच्छरों के काटने से फैलती है। हर साल इस बीमारी से लाखों लोग प्रभावित होते हैं, जिसमें बच्चे, बुढ़े, जवान सब शामिल है। यह बीमारी लगातार बढ़ रही है। 2019 में देश में डेंगू के 1.57 लाख मामले दर्ज किए गए, जो 2018 में 1.01 लाख मामलों से काफी अधिक है। यह बीमारी इतनी बड़ी है कि स्थानीय सरकार और नगर निगम को लोगों को जागरूक करने के लिए समय-समय बड़े स्तर पर अभियान चलाना पड़ता है।

डेंगू बीमारी से कैसे निपटें
बरसात का मौसम आते ही जगह-जगह जल जमाव और गंदे पानी की वजह से मच्छरों का पनपना तेजी से शुरू हो जाता है और यही चीज डेंगू बीमारी के फैलने का सबसे बड़ा कारण है। इसलिए घर में और अपने आसपास पानी का जमाव न होने दें और साफ सफाई का पूरा ध्यान दें। हालांकि, यह बीमारी कभी भी और किसी को भी हो सकती है, ऐसे में आप अपने पास एक ऐसी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी रख लें, जो डेंगू बीमारी के इलाज को कवर करती हो। रिलायंस जनरल इंश्योरेंस (Reliance General Insurance) आपको यह सुविधा देता है।

हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में डेंगू बीमारी को शामिल करने के क्या हैं फायदे
1. अधिकतर मामलों में डेंगू बीमारी घर पर ही ठीक हो जाती है। लेकिन हमने कई गंभीर केस भी देखे हैं, जहां मरीज को अस्पताल में भर्ती करना पड़ता है। अस्पताल में जाने का मतलब है भारी भरकम मेडिकल बिल। इसमें बेड और दवाईयों के खर्चे लगातार बढ़ते हैं। मरीज के ब्लड प्लेटलेट्स जब तक उचित स्तर पर न आ जाए तब तक उसका इलाज चलता रहता है। अगर आपके पास डेंगू बीमारी को कवर करने वाली एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी होगी, तो आप इस तरह के खर्चों से खुद को बचा सकते हैं।

2. इसके कवर में अस्पताल में भर्ती होने से पहले होने वाले मेडिकल खर्च, अस्पताल में भर्ती होने पर खर्च और अस्पताल में भर्ती होने के बाद होने वाले मेडिकल खर्च शामिल होता है।

3. इसके अलावा इसके कवर में वो मरीज भी शामिल होते हैं, जो गंभीर स्थिति में नहीं है और घर पर रहकर डेंगू बीमारी इलाज करा रहे हैं। इसमें उन्हें डॉक्टर कंस्लटेशन, डायग्नोस्टिक टेस्ट, सभी तरह की दवाईयां, होम नर्सिंग आदि सुविधा मिलती है। हालांकि, पॉलिसी लेने से पहले आप इसकी पूछताछ जरूर करें।

4. हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने वाला हर व्यक्ति चाहता है कि उसे प्रीमियम कम से कम देना पड़े और ज्यादा से ज्यादा बीमारी उसकी पॉलिसी में कवर हो। डेंगू हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम बहुत कम होता है। वैसे, यह बीमारी ज्यादातर कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत ही कवर हो जाती है और इसके लिए आपको अलग से प्रीमियम देने की जरूरत नहीं है।

जैसे अगर आप रिलायंस जनरल इंश्योरेंस (Reliance General Insurance) का होस्पी केयर इंश्योरेंस पॉलिसी (Hospi Care Insurance) लेते हैं तो यह पॉलिसी दूसरे रोगों के अलावा डेंगू रोग में आपके मेडिकल और अस्पताल के खर्चों को कवर करती है। इस पॉलिसी के तहत मरीज को डेली हॉस्पिटलाइजेशन कैश बेनिफिट मिलता है। इसमें डेली केयर ट्रीटमेंट कैश,सर्जिकल कैश, हॉस्पिटल डेली कैश शामिल है। इसमें यदि मरीज डेंगू, मलेरिया या चिकनगुनिया के कारण अस्पताल में तीन दिनों से अधिक समय तक भर्ती रहता है, तो उसे ₹20,000 की एकमुश्त राशि का भुगतान किया जाता है। अभी यह पॉलिसी 30% डिस्काउंट के साथ मिल रही है। वर्तमान में इसका क्लेम सेटलमेंट रेशियो 98% है। इसके

अलावा इस पॉलिसी में आपको और भी कई फायदे मिलते हैं। आप रिलायंस जनरल इंश्योरेंस की वेबसाइट पर जाकर इसके और फायदों के बारे में जान सकते हैं और इस पॉलिसी को खरीद भी सकते हैं।
कोई भी व्यक्ति यह नहीं चाहता कि किसी भी बीमारी की वजह से उसे अस्पतालों के दर्शन हो। क्योंकि अस्पताल में इलाज कराने का खर्च और दवाईयों का खर्च इतना ज्यादा होता है कि हमारी कमाई भी कम पड़ जाती है। इसलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ और वित्तीय योजनाकार हर व्यक्ति को हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने की सलाह देते हैं। डेंगू बीमारी ऐसी है, जिसमें मरीज को कई-कई दिनों तक अस्पताल में रहना पड़ता है, जिसकी वजह से दवाईयां और दूसरे मेडिकल खर्चे बढ़ने लगते हैं। इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है कि आप अपने पास एक अच्छी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी रख लें। यह आपको वित्तीय सुरक्षा प्रदान करेगी।
लेखक - शक्ति सिंह
यह आर्टिकल ब्रांड डेस्‍क द्वारा लिखा गया है।
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