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दुनियाभर में हार्ट (Heart) से संबंधित बीमारियों के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. पिछले कुछ सालों में मशहूर सेलिब्रिटी समेत तमाम लोग कार्डियक अरेस्ट की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दुनियाभर में हार्ट (Heart) से संबंधित बीमारियों के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. पिछले कुछ सालों में मशहूर सेलिब्रिटी समेत तमाम लोग कार्डियक अरेस्ट की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं. कुछ महीने पहले ही बॉलीवुड के प्लेबैक सिंगर केके की मौत कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुई थी. बहुत से लोग इस बारे में नहीं जानते कि कार्डियक अरेस्ट क्या होता है और इससे किस तरह बचाव किया जा सकता है. आज एक्सपर्ट से कार्डियक अरेस्ट से जुड़े अहम सवालों के जवाब जानेंगे.
क्या होता है कार्डियक अरेस्ट
अपोलो हॉस्पिटल (नई दिल्ली) के कार्डियक पेसिंग एंड इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी डिपार्टमेंट की सीनियर कंसल्टेंट डॉ. वनीता अरोरा कहती हैं कि जब व्यक्ति के हार्ट की फंक्शनिंग अचानक रुक जाती है और हार्ट स्टैंड स्टिल पोजिशन में चला जाता है, उसे सडन कार्डियक अरेस्ट (SCA) कहा जाता है. यह दिल की धड़कन में समस्या पैदा होने के कारण होता है. कार्डियक अरेस्ट की कंडीशन में व्यक्ति का हार्ट सामान्य रूप से धड़कने के बजाय कांपने लगता है और व्यक्ति का ब्लड प्रेशर तेजी से गिर जाता है. इससे दिमाग में खून की सप्लाई रुक जाती है और व्यक्ति बेहोश हो जाता है. अगर कार्डियक अरेस्ट होने पर तुरंत इलाज ना मिले, तो कुछ ही देर में व्यक्ति की मौत हो सकती है.
पहले से नहीं नजर आते कार्डियक अरेस्ट के लक्षण
डॉ. वनीता अरोरा कहती हैं कि सामान्य तौर पर हमारे दिल की धड़कन 60-90bpm होती है, जो कार्डियक अरेस्ट की कंडीशन में 250-350bpm तक हो जाती है. कार्डियक अरेस्ट के पहले से कोई खास लक्षण दिखाई नहीं देते और यह अचानक हो जाता है. हालांकि कुछ मामलों में सिर फड़कना, धड़कन मिस होना, चेतना कम होना और अत्यधिक पसीना जैसे लक्षण नजर आते हैं. यह अचानक से होने वाली मेडिकल इमरजेंसी होती है.
क्या होती है वजह और कैसे करें बचाव
डॉ. वनीता अरोरा के अनुसार, कार्डियक अरेस्ट की सबसे बड़ी वजह कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD) है. अगर आप इस समस्या से जूझ रहे हैं या हार्ट अटैक की कोई हिस्ट्री है, तो आपको तुरंत कार्डियोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए. इलेक्ट्रोकॉर्डियोग्राफी (ECG) कराने से हार्ट की परेशानियों का पता लगाया जा सकता है. कई बार गलत गवाइयां लेने की वजह से भी कार्डियक अरेस्ट हो सकता है. इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि अगर आपको किसी तरह की परेशानी महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उसके दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए. किसी भी तरह की लापरवाही या घर पर इलाज करना मौत का कारण बन सकता है.

Tara Tandi
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