- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- जानें हेयर स्ट्रेटनिंग...
x
आज के दौर में हर कोई जमाने के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना चाहता है और स्टाइलिश दिखना चाहता है. माना जाता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज के दौर में हर कोई जमाने के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना चाहता है और स्टाइलिश दिखना चाहता है. माना जाता है कि व्यक्ति की पर्सनैलिटी में उसके बाल बड़ा रोल निभाते हैं. जो लोग स्ट्रेट बाल पसंद करते हैं, वह स्ट्रेटनिंग करते हैं. वहीं जिन लोगों को घुंघराले बाल पसंद होते हैं, वे आसानी से बालों को कर्ल कर सकते हैं. क्या आप जानते हैं स्ट्रेटनर जैसे इलेक्ट्रॉनिक एप्लाइंसेस बालों के लिए कितने खतरनाक हो सकते हैं. बालों को मैनेज करने के लिए स्ट्रेटनिंग करना तो आसान है, लेकिन स्ट्रेटनिंग से हेयर फॉल और बाल डैमेज हो सकते हैं. जानिए स्ट्रेटनिंग से बालों को क्या नुकसान होते हैं और उससे होने वाले हेयर फॉल को रोकने के तरीके.
जानें हेयर स्ट्रेटनिंग के साइड इफेक्ट्स
हेयर स्ट्रेटनिंग से बाल सूखे और कमजोर हो जाते हैं, जिससे हेयरफॉल होता है और बाल बीच में से भी टूटने शुरू हो जाते हैं. स्ट्रेटनिंग से बालों की नमी खत्म होती है, जिससे वे रूखे और बेजान हो सकते हैं. बार-बार स्ट्रेटनिंग करने से बालों की जड़ों में केमिकल्स जाते हैं, जिससे बालों की ग्रोथ धीमी हो सकती है या रुक सकती है. इसके अलावा भी कई तरह के नुकसान बालों को स्ट्रेटनिंग से हो जाते हैं.
स्ट्रेटनिंग से होने वाले हेयर फॉल से बचने के उपाय
स्टाइल क्रेज के अनुसार बालों में स्ट्रेटनिंग करते हुए या कोई भी इलेक्ट्रॉनिक चीज इस्तेमाल करने से पहले हीट प्रोटेक्टेंट जरूर लगाएं. बालों को हर रोज स्ट्रेट करने से बचें, ज्यादा जरूरी हो तो हफ्ते में एक से दो बार स्ट्रेट कर सकते हैं. स्ट्रेटनर का इस्तेमाल मीडियम या लो फ्लेम पर ही करें. गीले बालों पर स्ट्रेटनिंग भूलकर भी ना करें क्योंकि बाल गीले होने पर ज्यादा कमजोर होते हैं और डैमेज हो सकते हैं.
इन बातों का भी रखें ध्यान
बालों को हाइड्रेटेड रखने के लिए तेल मालिश जरूर करें और धोते वक्त अच्छा कंडीशनर इस्तेमाल करें ताकि बाल रूखे ना रहें. बालों को मॉइश्चराइज करने के लिए दही, नारियल का दूध, और शहद जैसी नेचुरल चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा अच्छी डाइट लें, जिससे बालों को मजबूती मिले.
Next Story