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जानें आंवला चटनी की रेसिपी और फायदे

Tara Tandi
8 Sep 2021 8:09 AM GMT
जानें आंवला चटनी की रेसिपी और फायदे
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इमली, आम या फिर धनिया-पुदीना की चटनी तो आपने कई बार खाई होगी,

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| इमली, आम या फिर धनिया-पुदीना की चटनी तो आपने कई बार खाई होगी, लेकिन आंवले की तीखी चटनी न सिर्फ आपके स्वाद बल्कि सेहत का भी ध्यान रखती है। विटामिन सी से भरपूर आंवला वायरल इंफेक्शन से बचाव करके स्किन और बालों को भी स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। आंवले में मौजूद प्रचुर मात्रा में फाइबर पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करता है। तो आइए देर किस बात की जान लेते हैं सेहत से भरपूर इस चटपटी चटनी को बनाने का क्या है तरीका।

आंवले की चटनी बनाने के लिए सामग्री-

-हरा धनिया- 100 ग्राम

-आंवला- 100 ग्राम

-काली मिर्च- 10

-हींग- 1 चुटकी

-जीरा- ½ चम्मच

-नमक- स्वादानुसार

-हरी मिर्च - 4

आंवले की चटनी बनाने की विधि-

आंवले की चटनी बनाने के लिए सबसे पहले आंवला, हरा धनिया और हरी मिर्च को पानी से अच्छी तरह से धोकर साफ कर लें। अब आंवले को धोने के बाद आप इसके अंदर से गुठली निकालकर उसे अलग कर लें। अब आंवले के छोटे-छोटे पीस और धनिये को काटकर रख लें। जार में आप कटे हुए आंवले, धनिया और इसमें 3-4 हरी मिर्च (जितना तीखा खाना पसंद करें) डाल दें।

जार को मिक्सर पर रखने से पहले ही आप इसमें नमक, जीरा, हींग, काली मिर्च और थोडा़ सा पानी डालकर इसका ढक्कन बंद कर लें। अब आप इसे मिक्सर पर रखकर इसका पेस्ट बना लें। जब ये सारा मिश्रण अच्छी तरह से मिक्सी में पिस जाए तो इस पेस्ट को आप एक बाउल में निकालकर रख लें।आंवले की तीखी चटनी तैयार है। आंवले की चटनी को आप फ्रिज में रखकर 6-7 दिनों तक इस्तेमाल कर सकती हैं।

आंवला खाने के फायदे-

वायरल इंफेक्शन से बचाव -

आंवला में एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी आपके मेटाबॉलिज्मह को बढ़ावा देने और सर्दी और खांसी सहित वायरल और बैक्टीरियल बीमारियों को रोकने में मदद करता है।

बॉडी को डिटॉक्स करता है आंवला-

आंवला एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है और बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद करता है। इसके अलावा शरीर की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है।

एंटी एजिंग फल-

आंवला का अर्क विटामिन ए से भरपूर होता है। यह विटामिन कोलेजन उत्पादन में आवश्यक माना जाता है। यह एक ऐसा यौगिक है जो त्वचा को जवान और मुलायम बनाए रखता है।

गैस्ट्रिक की समस्या करता है दूर-

आंवला में मौजूद फाइबर, पॉलीफेनोल पेट की समस्याओं से निजात दिलाता है। खाली पेट एक चम्मच आंवले का रस लेने से एसिडिटी और गैस्ट्रिक की समस्या दूर हो जाती है।

डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद-

पॉलीफेनोल से भरपूर आंवला में वास्तव में ऐसे गुण होते हैं जो शरीर को हाई ब्लड शुगर के ऑक्सीडेटिव गुणों से बचाकर रखते हैं। उच्च फ्रुक्टोज आहार के कारण इंसुलिन प्रतिरोध को रोकने में भी यही यौगिक प्रभावी होता है।

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