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जानिए बच्चों के स्कूल न जाने का कारण

Tara Tandi
18 July 2022 5:13 AM GMT
जानिए बच्चों के स्कूल न जाने का कारण
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स्कूल जाना शायद सभी बच्चे पसंद करते हैं. कई बच्चे तो स्कूल जाने के लिए सुबह से ही एक्साइटेड रहते हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। स्कूल जाना शायद सभी बच्चे पसंद करते हैं. कई बच्चे तो स्कूल जाने के लिए सुबह से ही एक्साइटेड रहते हैं. स्कूल की एक्टिविटी, फ्रेंड्स और नई चीजें सीखना और चैलेंजेज लेना बच्चों को पसंद आता है. वहीं कुछ ऐसे भी बच्चे हैं जो स्कूल जाने से डरते हैं. इन बच्चों के लिए स्कूल जाना कई बार तनावपूर्ण हो जाता है. वह स्कूल के नाम पर गुस्सा करते हैं, सिरदर्द और पेट दर्द की शिकायत करते हैं. आमतौर पर 5 से 6 साल के बच्चों में स्कूल न जाने की जिद्द देखी जाती है.

माता-पिता को को बच्चों के इस रवैए को गंभीरता से लेना चाहिए और पता लगाना चाहिए कि बच्चा ऐसा क्यों कर रहा है. नियमित रूप से बच्चे का ऐसा करना उसकी मेंटल हेल्थ पर भी असर डाल सकता है. चलिए जानतें है बच्चों के स्कूल न जाने के पीछे की वजह.
बच्चे चीजों को लेकर काफी मूडी होते हैं. ऐसे में स्कूल जाने से मना करना लगभग सभी बच्चों के लिए सामान्य बात है. वेरी वैल फैमली के अनुसार बच्चों का ऐसा बिहेवियर किसी बात को दर्शाता है. स्कूल में अन्य बच्चों के साथ एडजस्ट न कर पाना, टीचर की डांट से डरना या बच्चों में कम्पटीशन की भावना जैसे कारण बच्चों को स्कूल न जाने के लिए प्रेरित करते हैं. ऐसे में पैरेंट्स बच्चों को डांटने की बजाए उनसे बात करें और स्कूल न जाने के पीछे का कारण पता करें.
पैरेंट्स से दूर होने का डर
लंबे समर ब्रेक या छुट्टियों के बाद बच्चे ऐसा व्यवहार ज्यादा करते हैं. घर में पैरेंट्स के साथ अधिक समय बिताने की वजह से बच्चे उनसे दूर नहीं होना चाहते जिस वजह से बच्चे स्कूल जाने से मना करते हैं. बच्चों के ऐसे बिहेवियर को सेपरेशन एंग्जायटी डिसऑर्डर कहा जाता है जिसके चलते बच्चे घर में ही पैरेंट्स के पास अपने आप को सुरक्षित महसूस करते हैं.
सोशल फोबिया
कई बार बच्चे दूसरों के साथ रहने में असुरक्षित फील करते हैं. उन्हें सोशल फोबिया हो सकता है. नए टीचर्स, नए दोस्त या नया वैन ड्राइवर यह सभी बच्चे को अजनबी लगते हैं जिनके साथ वह असुक्षित महसूस कर सकता है. बच्चे को सोशल फोबिया से बचाने के लिए जरूरी है कि पैरेंट्स बच्चे को नए लोगों के साथ मिलना-जुलना व बात करना सिखाएं.
बुरा स्कूल एक्सपीरिएंस
स्कूल में बच्चों को कई तरह के एक्सपीरिएंस होते हैं जिसमें की कुछ अच्छे तो कुछ बुरे भी हो सकते हैं. बच्चा बुरे एक्सपीरिएंस को जल्दी अपने दिमाग में बैठा लेता है और स्कूल से दूरी बनाने लगता है. क्लास के अन्य बच्चों द्वारा बुली करना, टीचर की डांट ऐसे कई कारण हैं जो बच्चे को परेशान कर सकते हैं. जिस वजह से स्कूल जाने के टाइम पर बच्चों के पेट में दर्द, चेस्ट में दर्द और ड्रिजीनेस हो जाती है.
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