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बलगम के रंग से जानिए बीमारी

Tara Tandi
11 Nov 2022 10:30 AM GMT
बलगम के रंग से जानिए बीमारी
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न्यूज़ क्रेडिट: navyugsandesh

एनवायरमेंटल एलर्जी और अस्थमा से भी जुड़ा हो सकता है। मगर बलगम का इतनी सारी बीमारियों से जुड़ा होना एक सवाल पैदा करता है कि बलगम को देखकर कैसे पता लगाया जाए कि आपकी बीमारी गंभीर है या एक सामान्य स्थिति है।

ऐसे में आप अपने बलगम के रंगों से यह पता लगा सकते हैं कि बीमारी गंभीर है या सामान्य। आप कफ के रंगों से अपने फेफड़े की सेहत जान सकते हैं।
1. हल्के पीले-हरे रंग का बलगम
हल्के पीले और हरे रंग का बलगम इस बात की ओर इशारा करता है कि आपको वायरल संक्रमण हुआ है। यह बहुत ही सामान्य स्थिति होती है। जब कोई व्यक्ति बुखार सर्दी जुकाम से प्रभावित होता है तो हल्के पीले और हरे रंग के बलगम का उत्पादन करता है।
2. गुलाबी-लाल या खूनी बलगम
यदि खांसी के दौरान गुलाबी-लाल या खूनी बलगम निकल रहा है तो आपको तुरंत अपने चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। ऐसे म्यूकस कुछ कैंसर की तरफ इशारा करते हैं। अगर आप धूम्रपान करते हैं तो आपको ज्यादा सावधान होने की जरूरत है और चिकित्सक की सलाह पर जांच और उपचार जरूर कराना चाहिए।
3. सफेद बलगम
सफेद बलगम आमतौर पर एलर्जी, अस्थमा और कई बार वायरल इनफेक्शन से जुड़े हो सकते हैं। हालांकि ऐसी स्थिति में घबराने की जरूरत नहीं होती है क्योंकि यह स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन यह इस बात की ओर भी इशारा करते हैं कि आपको अगर पहले से अस्थमा या सीओपीडी की समस्या है तो उसे प्रबंधित करने की जरूरत है।
4. काला बलगम
काले रंग का बलगम आमतौर पर उन लोगों के होते हैं जो कोयले की खानों और कारखानों में काम करते हैं इसके अलावा जो बहुत ज्यादा धूम्रपान करते हैं, उनके भी बलगम काले हो जाते हैं या जो लोग बहुत ज्यादा प्रदूषित क्षेत्रों में रहते हैं उनके भी बलगम काले हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में आपको अन्य दूसरी बीमारियां भी हो सकती हैं।
5. भूरा बलगम
जिन लोगों को फेफड़ों से जुड़ी काफी पुरानी बीमारी होती है वह अक्सर भूरे रंग (ब्राउन) के बलगम का उत्पादन करते हैं जो नॉर्मल बलगम के रंगों से थोड़े अलग होते हैं, और बहुत कम ही दिखाई देते हैं। भूरा म्यूकस आमतौर पर सिस्टिक फाइब्रोसिस जैसी फेफड़ों की बीमारियों में उत्पादित होते हैं यह कफ रक्त के कारण भूरे हो जाते हैं।

न्यूज़ क्रेडिट: navyugsandesh

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