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आजकल वजन बढ़ना और इसे कंट्रोल ना करने के कारण मोटापे से ग्रस्त हो जाने की समस्या बहुत कॉमन होती जा रही है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आजकल वजन बढ़ना और इसे कंट्रोल ना करने के कारण मोटापे से ग्रस्त हो जाने की समस्या बहुत कॉमन होती जा रही है. मोटापा कई रोगों की जड़ है. यह आपके संपूर्ण सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है. मोटापा शारीरिक और मानसिक रूप से आप पर नकारात्मक असर डाल सकती है. वजन बढ़ने के कारण लोग मेंटली परेशान रहने लगते हैं और इसे काबू में रखने के लिए कई तरह के घरेलू नुस्खे आजमाते हैं. डाइटिंग पर चले जाते हैं, घंटों वर्कआउट करते हैं. शरीर को परफेक्ट शेप में रखने के लिए ये कार्य भी बेहद ज़रूरी हैं. यदि आप समय रहते बढ़ते वजन और मोटापे को कंट्रोल में नहीं करेंगे, तो आपको कई तरह की बीमारियां होने की संभावनाएं बढ़ सकती हैं.
अधिक वजन और मोटापे से होने वाले नुकसान
मोटापा डायबिटीज के रिस्क को बढ़ाए
ओन्लीमाईहेल्थ डॉट कॉममें छपी एक खबर के अनुसार, मोटापे के कारण आपको डायबिटीज की समस्या हो सकती है. शरीर में ब्लड ग्लूकोज का नॉर्मल लेवल वैसे तो 70 से 120 मिलीग्राम/डीएल) से अधिक नहीं होना चाहिए, लेकिन कई बार मोटापे के कारण यह बढ़ जाता है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा रहता है. ओबेसिटी फैटी एसिड में वृद्धि का कारण बनता है, जो इंसुलिन प्रतिरोध को ट्रिगर करता है. ऐसे में मोटापे को काबू में ना रखा जाए, तो आपको डायबिटीज हो सकती है. डायबिटीज से खुद को बचाए रखने के लिए शारीरिक रूप से एक्टिव रहना शुरू कर दें. वजन कम करने वाले एक्सरसाइज करें. हेल्दी खाएं, शुगर और कार्ब्स का सेवन कम करें.
उच्च रक्तचाप की समस्या हो सकती है
यदि आपका वजन लगातार बढ़ रहेगा, तो आप उच्च रक्तचाप से ग्रस्त हो सकते हैं. उच्च रक्तचाप को हाइपरटेंशन भी कहा जाता है. यदि आपका ब्लड प्रेशर 140/90 एमएमएचजी या इससे भी अधिक रहता है, तो आप अलर्ट हो जाएं. हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए लगातार रक्तचाप की जांच करें. दिल को स्वस्थ रखने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें.
स्लीप एप्निया के हो सकते हैं शिकार
जब आपका वजन अधिक होता है, तो रात में नींद भी अच्छी नहीं आती है. आंत में चर्बी जमा होने के कारण, रक्त वाहिकाएं सामान्य रूप से ब्लड सप्लाई करने में सक्षम नहीं होती हैं, जिससे नींद के दौरान सांस लेने में समस्या महसूस होती है. जब आप पर्याप्त और गहरी नींद नहीं ले पाते हैं, तो स्लीप एप्निया की समस्या शुरू हो सकती है.
मोटापा बढ़ाए ब्रेन स्ट्रोक का खतरा
जिन लोगों का वजन अधिक होता है या जो मोटापे के शिकार होते हैं, उनमें आइसेमिक स्ट्रोक होने का खतरा अधिक रहता है. ऐसी स्थिति तब आती है, जब आपके मस्तिष्क में पर्याप्त मात्रा में ब्लड सप्लाई नहीं हो पाता है. ऐसा ब्लड वेसल्स में ब्लॉकेज होने या इसके फटने के कारण ब्लड सप्लाई बाधित हो जाता है. मोटापे के कारण ब्लड वेसल्स का कार्य प्रभावित होता है, जिससे रक्त की आपूर्ति बाधित होती है और मोटापे से ग्रस्त व्यक्ति को ब्रेन स्ट्रोक आने का खतरा बढ़ जाता है.
हृदय रोग का कारण बनता है मोटापा
मोटापे से ग्रस्त होने पर काफी हद तक हार्ट डिजीज होने की संभावानाएं बढ़ जाती हैं. मोटापा कार्डियोवैस्कुलर संबंधित समस्याओं को बढ़ाने का मुख्य रिस्क फैक्टर होता है. अधिक वजन होना और मोटापे से ग्रस्त होने के कारण हार्ट बीट इर्रेगुलर हो सकती हैं, साथ ही एन्जाइना, हार्ट फेल, हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट आदि होने का रिस्क काफी हद तक बढ़ जाता है. ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि शरीर में मौजूद आंतों की चर्बी दिल के इंर्द-गिर्द जमा हो सकती हैं. जिन लोगों का वजन अधिक होते है, उन्हें अधिक रक्त की आपूर्ति की ज़रूरत होती है. इसके लिए ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है और हृदय के कार्यों को बाधित करता है. प्रतिदिन वजन कम करने के हेल्दी डाइट लें. 5-10 प्रतिशत तक वजन कम करें, ताकि दिल स्वस्थ रह सके. किसी भी तरह की समस्या नज़र आए, सीने में दर्द हो, तो डॉक्टर से मिलें.
Tara Tandi
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