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जानिए खूबसूरती की नींद के लिए कितना जरूरी है सही गद्दा

Tara Tandi
25 July 2022 12:22 PM GMT
जानिए खूबसूरती की नींद के लिए कितना जरूरी है सही गद्दा
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिन भर काम करके ना सिर्फ आपका शरीर और दिमाग थकता है, बल्कि चेहरा भी डल नजर आने लगता है. ऐसे में सुकून भरी नींद लेने से न सिर्फ आप ऊर्जा से भर उठते हैं, बल्कि चेहरा भी दोबारा से खिल उठता है. चाहते हैं आपका चेहरा डल, बेजना और मुर्झाया हुआ सा सोकर उठने के बाद नज़र ना आए, तो आप लीजिए ब्यूटी स्लीप. जब सारे दिन की दौड़भाग के बाद आप रात में अच्छी नींद लेते हैं, तो चेहरे पर भी फर्क नज़र आता है. ब्यूटी को बेहतर बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज, हेल्दी डाइट के साथ ही हर दिन पर्याप्त सोना भी ज़रूरी है. इसके साथ ही आपकी नींद को बेहतर बनाने में आपके बेड पर लगा मैट्रेस भी मदद करता है. मैट्रेस या गद्दा अगर सही नहीं हुआ, तो रातभर नींद में खलल पड़ती रहेगी. साथ ही कमर, पीठ दर्द, अकड़न से भी परेशान हो सकते हैं. आइए जानते हैं क्या है ब्यूटी स्लीप, मैट्रेस और ब्यूटी स्लीप के बीच का कनेक्शन और सही मैट्रेस खरीदने के लिए किन बातों का रखें ध्यान.क्या है ब्यूटी स्लीप?

इंडियनएक्सप्रेस डॉट कॉममें छपी एक खबर के अनुसार, ब्यूटी नैप का मतलब होता है त्वचा और शरीर को स्वस्थ और तरोताजा महसूस करने के लिए पर्याप्त मात्रा में आराम पहुंचाना. ब्यूटी स्लीप के लिए विशेषज्ञ रात में कम से कम 6-7 घंटे की नींद लेने की सलाह देते हैं. भरपूर नींद लेने से स्किन की हेल्थ अच्छी बनी रहती है. कोशिकाओं का पुनर्विकास होता है, जिससे त्वचा की सेहत बरकरार रहती है. पर्याप्त आराम ना लेने से त्वचा पर इसका निगेटिव असर साफ नज़र आने लगता है. कम सोने से ना सिर्फ सेहत संबंधित समस्याएं हो सकती हैं, बल्कि त्वचा पर भी कई तरह की समस्याएं जैसे सुस्ती, काले घेरे, मुंहासे, समय से पहले बूढ़ा होना आदि होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.आप चाहते हैं कि त्वचा से संबंधित ये समस्याएं आपको कम उम्र में ही प्रभावित ना करें, तो आप ब्यूटी स्लीप का सहारा ले सकते हैं. जब भी मौका मिले दिन में झपकी जरूर लें. वीकेंड को भी सिर्फ घूमने-फिरने में ना गंवाएं, बल्कि पिछले 5 दिनों में आपने जिन भी कारणों से कम नींद ली है, उसे वीकेंड पर सोकर पूरा करें.
ब्यूटी स्लीप के लिए सही मैट्रेस कितना ज़रूरी?
एक व्यक्ति सारा दिन काम करने के लिए कुर्सी पर एक ही पोस्चर में बैठा रहता है या फिर खड़े रहकर काम करता रहता है. लोग स्पाइन, कमर, पीठ की ओर ध्यान नहीं देते हैं. सिर्फ रात के समय ही जब आप सोते हैं, तो आपकी रीढ़ की हड्डी आराम की अवस्था में जाती है. लेकिन, इसके लिए भी बेहद ज़रूरी मैट्रेस अच्छी क्वालिटी का होना, ताकि स्पाइन को बेहतर सपोर्ट मिल सके. सोने से ना सिर्फ इम्यूनिटी डेवलप होती है, बल्कि मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होता है. क्रोनिक डिजीज से बचाव होता है. साथ ही जब आप एक बेहतर मैट्रेस का चुनाव करते हैं, तो नींद भी डिस्टर्ब नहीं होती है, जिसका पॉजिटिव असर आपकी त्वचा पर भी नज़र आती है.

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